खंडवा। पुनासा के पोस्ट मैट्रिक गर्ल्स हॉस्टल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सिफारिश पर आई लड़की को भी धंधे में उतार दिया गया। उसे अयूब नाम के एक युवक को खुश रखने के लिए कहा गया। अयूब ने अपने चाचा को खुश करने के लिए कहा। पीड़िता अपनी इज्जत बचाकर किसी तरह कमिश्नर के पास पहुंची परंतु कमिश्नर ने वापस पीड़िता को हॉस्टल भेज दिया। ना वार्डन के खिलाफ एफआईआर हुई ना अयूब को जेल भेजा गया।
पीड़िता के मुताबिक, “9वीं क्लास में एडमिशन के बाद मैं इस हॉस्टल में आई। कुछ दिनों बाद वॉर्डन मुझ पर अयूब नाम के शख्स के साथ रिश्ते बनाने के लिए दबाव बनाने लगीं। मुझे कई बार उसके साथ खंडवा भी भेजा गया। अयूब ने मेरे साथ गलत काम करने की कोशिश की। उसने मुझे उसके चाचा के साथ रिश्ते बनाने के लिए भी मजबूर करने की कोशिश की लेकिन मैंने कभी उसकी बात नहीं मानी। वॉर्डन ने अयूब से पैसे लिए हैं।” यह स्टूडेंट 5 साल पहले एमपी के सीएम शिवराज सिंह से मिली थी। उस दौरान चौहान खंडवा में ‘जनआशीर्वाद’ यात्रा पर थे। चौहान ने ही इस स्टूडेंट को पढ़ाई के लिए हॉस्टल में भेजा था।