ग्वालियर। लम्बे समय से शांत पड़े चम्बल के बीहड़ों में एक बार फिर डाकुओं की धमचक सुनाई देने लगी है। गुरूवार को लगभग एक दर्जन डाकुओं वाले एक गिरोह से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में पुलिस एक भी डाकू को अरेस्ट नहीं कर पाई लेकिन 2 अपहृतों जरूर मुक्त हो गए।
दरअसल श्योपुर जिले के विजयपुर थाना इलाके के गोहटा के जंगल में भैंस चराने आए दो युवक पपीता सिंह रावत और रामकेश रावत का बदमाशों ने बन्दुक की नोंक पर अपहरण कर लिया साथ ही उनकी भैंसे भी ले आए। युवकों के अनुसार बदमाश आठ से दस की संख्या में थे। सभी के पास बन्दूकें थी। जब युवकों ने शोर मचाने का प्रयास किया तो उन्होंने उनके साथ मारपीट भी की। जिसके बाद दोनों युवकों के हाथ बांधकर वहां से पैदल उन्हें पहाड़गढ़ के जंगल में लाया गया।
युवक और भैंसों के अपहरण की सूचना जब पहाडग़ढ़ पुलिस को मिली तो वह दल बल के साथ जंगल की ओर चले गए। जब पुलिस सर्चिंग के दौरान कन्हार-मरा के जंगलों में पहुंची तो उन्हें वहां कुछ हथियार बंद लोग आते दिखे जिन्हें पुलिस ने रुकने के लिए कहा। इसके बाद पुलिस और बदमाशों के बीच हवाई फायरिंग भी हुई इसी बीच बदमाश वहां से अपहृत युवकों को छोड़कर भाग गए।
पुलिस के अनुसार इस गिरोह का सरदार पान सिंह बघेल है। पान सिंह बागचीनी थाना इलाके में हुई हत्या के आरोप में फरार है। उस पर दस हजार का इनाम घोषित किया गया है। इससे पहले पान सिंह ने रघुनाथ पुरा गाँव में पांच-पांच हजार रुपए के टेरर टैक्स की मांग की थी।