सावन में शिवलिंग पर दूध चढ़ाने का विशेष महत्व माना गया है। इसीलिए शिव भक्त सावन के महीने में शिवजी को प्रसन्न करने के लिए उन पर दूध की धार अर्पित करते हैं।
पुराणों में भी कहा गया है कि इससे पाप क्षीण होते हैं। लेकिन सावन में शिवलिंग पर दूध चढ़ाने का सिर्फ धार्मिक ही नहीं वैज्ञानिक महत्व भी है। सावन के महीने में दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि गाय भैंस का दूध इस मास में कीटाणुओं से युक्त हो जाता है। यदि इसे मनुष्य या बच्चे पीएंगे तो बीमार हो जाएंगे।
शिव को सदैव ऐसे पदार्थ समर्पित किए जाते हैं जो सामान्यत: जहरीले होते हैं। श्रावण मास में दूध जहरीला हो जाता है इसलिए उसे शिवलिंग पर अर्पित कर दिया जाता है। इसीलिए सावन में शिव को दूध अर्पित करने की प्रथा बनाई गई है।