ग्वालियर। सोन चिरैया अभयारण्य के ग्राम महुआखेड़ा में अवैध उत्खनन को रोकने पहुंचे संयुक्त दल पर बुधवार को खनिज माफिया ने पथराव कर दिया। दल में राजस्व, वन, खनिज व पुलिस के अधिकारी, कर्मचारी शामिल थे। ये सभी हाईकोर्ट के निर्देश पर अभयारण्य क्षेत्र में होने वाले अवैध उत्खनन की स्थिति को जांचने गए थे। पथराव शुरू होते ही अधिकारी सिर पर पांव रख मौके से भाग खड़े हुए।
जानकारी के अनुसार हाईकोर्ट के निर्देश पर एक संयुक्त जांच अमला बुधवार की दोपहर सोन चिड़िया अभयारण्य क्षेत्र घाटीगांव के ग्राम महुआखेड़ा गया था। दल में एसडीएम घाटीगांव, तहसीलदार घाटीगांव, खनिज अधिकारी गोविंद शर्मा, माइनिंग इंस्पेक्टर, सोन चिड़िया अभयारण्य के अधीक्षक प्रकाश श्रीवास्तव, एसडीओ आरसी शर्मा, रेंज ऑफिसर केएन त्रिपाठी, गेम रेंजर रामवरन शर्मा, वन चौकी प्रभारी वीरेन्द्र सिंह, डिप्टी रेंजर शिवचंद्र सिंह तोमर, डांडा खिरक वन चौकी का पूरा अमला, घाटीगांव वन चौकी का पूरा अमला व पुलिस बल शामिल था।
दोपहर तीन बजे के लगभग जांच दल जब महुआखेड़ा में एक खदान पर पहुंचा तो वहां फर्शी पत्थर निकाले जाने का काम हो रहा था। खदान माफिया से जुड़े लोगों ने जब संयुक्त दल को आते देखा तो पहले हल्का-फुल्का प्रतिवाद किया। कुछ कहने लगे कि उनकी यही रोजी-रोटी है लेकिन दल के अधिकारियों ने जब निकाले गए फर्शी पत्थर को नष्ट करना शुरू किया तो खदान पर काम करने वाले भड़क उठे। इन सब ने एकराय होकर दल पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव शुरू होते ही अधिकारी वहां से भाग खड़े हुए।
हमें अनुमति नहीं मिली
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर दल में शामिल अधिकारी ने बेनाम रहते हुए बताया कि टीम के साथ बड़ी संख्या में वन अमला व पुलिस बल भी था। इतना सब होने पर भी अधिकारियों ने जरा भी साहस नहीं दिखाया। सूत्र के अनुसार अधिकारियों ने अमले को आत्मरक्षा के लिए हवाई फायर तक की अनुमति नहीं दी। हमला शुरू होते ही सबके सब भाग खड़े हुए।
वन अपराध का मामला दर्ज
दल दो अलग-अलग क्षेत्रों में निरीक्षण के लिए बंट गया था। एक दल पर पथराव की सूचना मिली है। दो अज्ञात लोगों के खिलाफ वन अपराध प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।
प्रकाश श्रीवास्तव,अधीक्षक सोन चिड़िया अभयारण्य
दल-बल आने पर उपद्रवी भाग गए
मौके पर 5-6 लोग ही थे। हम लोगों ने जब फर्शी पत्थर नष्ट किया तो कुछ ने पहले अनुनय-विनय किया। विभाग की कार्रवाई जारी रहने पर एक-दो लोग पहाड़ पर चढ़कर पत्थर फेंकने लगे। बाद में जब इन लोगों ने पूरे दल-बल को देखा तो भाग खड़े हुए।
आरसी शर्मा, एसडीओ वन घाटीगांव
अवैध उत्खनन होते नहीं मिला
मौके पर अवैध उत्खनन होते नहीं पाया गया है। वहां तीन श्रमिक थे व कुछ औजार पड़े हुए थे। पहले का कुछ फर्शी पत्थर रखा था। इस पत्थर को हमने तुड़वा दिया है। दल पर पथराव नहीं हुआ है।
बीपी माथुर,एसडीएम घाटीगांव