भोपाल। विधानसभा की कार्रवाई से मंत्रियों एवं विधायकों के नामों में जुड़े अतिरिक्त संबोधनों को हटाने वाली खबर में ही संशोधन हो गया। मंत्री विजय शाह के नाम से कुंवर हटाने की हिम्मत सरकार भी नहीं कर पाई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सीतासरन शर्मा ने कहा कि सिर्फ उपनाम हटाए जाएंगे। अध्यक्ष महोदय ने इस गलती का सारा दोष अधीनस्थ अधिकारियों पर ढोल दिया है।
विधानसभा सचिवालय ने विभिन्न् शाखाओं के कामकाज को व्यवस्थित करने की मंशा से विधायकों के नामों में एकरूपता लाने का निर्णय किया था। तय किया गया था कि उपनाम हटाए जाएंगे, लेकिन निचले अमले ने कुंवर, पिता और पति का नाम भी हटा दिया। सूत्रों का कहना है कि कई विधायकों ने इसको लेकर अध्यक्ष से आपत्ति जताई थी। अध्यक्ष भी विधायकों के तर्क से सहमत हुए और सचिवालय को निर्देश गए कि सिर्फ उपनाम ही हटाए जाएं।
- सिर्फ इनके नाम हुए संशोधित:
- सुखेन्द्र सिंह का 'बना' हट गया।
- पुष्पेन्द्रनाथ पाठक का 'गुड्डन महाराज' नहीं रहा।
- सुशील तिवारी का 'इंदू भैय्या, से रिश्ता टूटा।
- दिनेश राय अब 'मुनमुन', नहीं रहे।
- योगेन्द्र सिंह को 'बाबा' नहीं कहा जाएगा।
- सुरेन्द्र सिंह बघेल भी 'हनी' नहीं रहे।
- सत्यपाल सिंह सिकरवार का 'नीटू' भी शहीद हो गया।