ग्वालियर। मप्र की महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री माया सिंह के निर्वाचन क्षेत्र की एक आंगनवाड़ी में मासूम बच्चों को खिलाने वाली दाल में, दाल के बजाए गंदा पानी और कीड़े पाए गए। कुछ स्थानीय युवकों ने सुबह 8 बजे यह आॅपरेशन किया। यहां चावल भी घटिया क्वालिटी का था। बदबू मार रहा था।
युवक इस दूषित भोजन की सैंपलिंग कराना चाहते थे परंतु अधिकारी लगातार टालते रहे। युवक भी अपने मांग पर अड़ गए। पूरे 4 घंटे तक तनातनी चली तब कहीं जाकर सैंपलिंग की औपचारिकता पूरी हुई।
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ब्रजेश त्रिपाठी ने मामले को टालते की कोशिश की।
एडीएम शिवराज वर्मा को भी तीन से चार बार इन्हें फोन करना पड़ा, तब जाकर इन्होंने जांच के लिए सैंपल लिए।
लोकल मीडिया भी मौके पर पहुंची और फोटो लिए गए।
यह भोजन यहां 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को परोसा गया था।
इस आॅपरेशन को अंजाम देने वाले युवकों का नाम हेमंत शर्मा, मोनू एवं उनके साथी।