भोपाल। मोदी ने स्मार्ट सिटी बनाईं तो शिवराज स्मार्ट विलेज बनाने जा रहे हैं, लेकिन स्कूलों की फिक्र किसी को नहीं है। कमोबेश स्कूल में काम करने वाले कर्मचारियों की हालत भी ऐसी ही है। पानी का ग्लास और डस्टर के लिए भी बजट का इंतजार किया जात है, लेकिन बड़वानी के कटोरा गांव में स्थित शासकीय स्कूल इस ढर्रे पर नहीं चलता। यहां के 8 शिक्षकों ने अपने वेतन से पैसा मिलाकर स्कूल के बाहर बारहखड़ी का पहाड़ बनवा दिया। नतीजा यह कि जो बच्चे सरकार की मध्याह्न भोजन योजना के लालच में भी स्कूल नहीं आते थे, अब नियमित हो गए हैं।
आज इस स्कूल में बच्चों की उपस्थिति 85 प्रतिशत से अधिक होने लगी है। इस नए तरीके के पहाड़ से आकर्षित होकर बच्चे स्कूल की ओर खिंचे चले आते हैं। जो चीज बच्चों को पहले पहाड़ जैसी मुश्किल लगती थी उसे इस नए पहाड़ ने बच्चों का खेल बना दिया है।
इसे खेल पहाड़ नाम दिया गया है। कटोरा का यह स्कूल शायद पूरे राज्य में एक मात्र ऐसा स्कूल होगा, जहां पर एक बच्चा मोगली स्टाइल में मात्र चड्डी पहनकर पढ़ने आता है। यहां सिर्फ पढ़ाई पर जोर दिया जाता है। बताते चलें कि इन 8 शिक्षकों ने अभी 15 अगस्त को ही तय किया था कि कुछ ऐसा करेंगे और 25 अगस्त तक पहाड़ तैयार कर दिया गया। अब और भी कई इनोवेटिव्स करने की प्लानिंग चल रही है।