जबलपुर। अपने फेसबुक पोस्ट में देश और देश के न्यायालयों को महिलाओं के असुरक्षित और अपमानकारक बताने वाली महिला आईएएस रिजू बाफना के मामले में अब दूसरा पक्ष सामने आया है। जिला जज सिवनी ने हाईकोर्ट में सौंपी रिपोर्ट में कहा है कि कोर्टरूम में महिला आईएएस तमतमा रहीं थीं, तैश खाकर उन्होंने ऐसे वकील को डांटा जिसका इस मामले से कोई रिश्ता नहीं था।
महिला आईएएस ने कोर्ट में मौजूद वकील ललित शर्मा को बाहर जाने के लिए कहा। जबकि न्यायालय में इस तरह सीधे आदेश नहीं दिए जा सकते थे। इस व्यवहार के विरुद्ध संबंधिक वकील ने उनसे कह दिया था कि 'आप आईएएस अफसर अपने दफ्तर में होंगी। ये कोर्ट है।'
इसके बाद उन्होंने अदालत में मौजूद मजिस्ट्रेट की ओर देखते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की। न्यायालय की व्यवस्था पर सवाल उठाए। प्रतिउत्तर में मजिस्ट्रेट ने उन्हें समझाया कि अभी आप युवा हैं। धीरे-धीरे समझ जाएंगी कि अदालत का कामकाज कैसे होता है। वो चाहतीं थीं कि उन्हे कोर्ट मेंं बुलाने से पहले कोर्टरूम खाली करा दिया जाना चाहिए था, मजिस्ट्रेट की प्रतिक्रिया इसी संदर्भ में व्यवहारिक पक्ष को लेकर थी। हाईकोर्ट ने इस मामले में स्वयं संज्ञान लिया था। यह रिपोर्ट इसी संदर्भ में पेश की गई।