भोपाल/इंदौर। अब मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) अपनी परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित करेगा। इसकी शुरुआत 10 अक्टूबर को होने वाली कृषि यांत्रिकी परीक्षा से होगी। आयोग की नई व्यवस्था अनुसार परीक्षा केंद्र पर प्रवेश करने के बाद हर छात्र को बॉयोमैट्रिक मशीन पर थंब इंप्रेशन देना होगा।
चयन के बाद होने वाले इंटरव्यू के दौरान भी थंब इंप्रेशन लिए जाएंगे, ताकि किसी छात्र के बदले दूसरा (फर्जी) छात्र परीक्षा न दे सके। परीक्षा के दूसरे ही दिन पीएससी छात्रों को ई-मेल के जरिए उत्तर पुस्तिका भी भेज देगा। हालांकि अभी राज्य सेवा प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा को इससे मुक्त रखा गया है।
आपत्तियों के अगले दिन रिजल्ट
मॉडल आंसरशीट जारी होने के बाद जो दावे-आपत्ति आएंगे, उस पर निर्णय लेकर दूसरे दिन पीएससी रिजल्ट जारी कर देगा।
इस तरह बदलेगा परीक्षा का ढर्रा
थंब इंप्रेशन के आधार पर तय होगा कि किस छात्र को कौन सा कम्प्यूटर अलॉट हुआ है।
छात्र के पास बैठे दूसरे छात्र को भी हस्ताक्षर कर यह बताना होगा कि इस रोल नंबर का छात्र मेरे पास बैठा था। ताकि फोटो बदलकर भी कोई फर्जी तरीके से परीक्षा दे रहा है, तो उसकी पहचान हो सके।
यह होगा फायदा
>रिजल्ट की लेटलतीफी खत्म हो जाएगी।
>परीक्षा में गलत प्रश्न पूछे जाने की आशंका कम होगी। क्योंकि गलती सुधारने के लिए कम्प्यूटर पर अंतिम समय तक बदलाव हो सकेगा।