MPPSC: बदल गया है परीक्षा पेटर्न

भोपाल। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा में बदलाव करते हुए इसके प्रश्न पत्रों की संख्या को सात से घटाकर छह कर दिया गया है। अब सामान्य अध्ययन के चार, सामान्य हिंदी का एक और एक प्रश्नपत्र निबंध एवं अपठित गद्यांश का होगा।

सभी प्रश्न पत्रों का पाठ्यक्रम भी नए सिरे से बनाया गया है। अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को हर पेपर में कम से कम 40 फीसदी और आरक्षित वर्ग को न्यूनतम 30 फीसदी अंक हासिल करने होंगे। साक्षात्कार के अंक 250 के स्थान पर अब 175 होंगे। मुख्य परीक्षा में प्रश्न पत्र और अंक विभाजन नए सिरे से करने की नई अधिसूचना जारी कर दी गई है। राज्य शासन ने मप्र लोक सेवा आयोग की तीन जुलाई की अधिसूचना को निरस्त करने का फैसला 10 जुलाई को लिया था। नए पैटर्न में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं।

पहले सामान्य अध्ययन के 300-300 अंक के प्रश्नपत्र थे और चौथा प्रश्नपत्र हिंदी का था, वह भी 300 अंक का था। इसके अलावा कोई दो ऐच्छिक विषय शामिल थे। इनमें से प्रत्येक के दो-दो पेपर 300-300 नंबर के थे। इस तरह कुल सात प्रश्नपत्र और इसके बाद 250 अंक का साक्षात्कार शामिल था। साक्षात्कार के लिए अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवार को हर प्रश्नपत्र में कम से कम 33 फीसदी अंक लाना अनिवार्य था। जबकि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवार के लिए 23 प्रतिशत अंक अनिवार्य थे।

अंक और परचे अब इस तरह होंगे
अब सामान्य अध्ययन के चार प्रश्नपत्र होंगे। इनमें से तीन 300-300 अंक के और चौथा 200 अंकों का होगा। पांचवां प्रश्नपत्र सामान्य हिंदी का 200 अंक को होगा। छठवां पेपर निबंध एवं अपठित गद्यांश को होगा, जो 100 अंक का रहेगा। साक्षात्कार के अंक के 175 होंगे। इस तरह कुल मिलाकर अंक 1575 रहेंगे। साक्षात्कार में शामिल होने के लिए अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवार को सभी प्रश्नपत्रों में कम से कम 40 प्रतिशत और आरक्षित वर्ग को कम से कम 30 प्रतिशत अंक लाने होंगे। सामान्य अध्ययन के पर्चे हिंदी और अंग्रेजी में होंगे जबकि सामान्य हिंदी और निबंध एवं अपठित गद्यांश के प्रश्नपत्र हिंदी में होंगे। पूर्व में प्रावधान था कि सभी पर्चे हिंदी एवं अंग्रेजी में होंगे।

ऐसे होगा अंक का विभाजन
सामान्य अध्ययन के पहले तीन प्रश्नपत्र में 150-150 अंक के दो खंड होंगे। दोनों के लिए अलग उत्तरपुस्तिका रहेगी। पंद्रह अतिलघु (प्रति प्रश्न अंक 3), 10 लघुत्तर (प्रति प्रश्न अंक 6) और तीन निबंधात्मक प्रश्न (प्रति प्रश्न अंक 15) होंगे।

सामान्य अध्ययन के चौथे प्रश्नपत्र में तीन-तीन नंबर के 15 लघु स्तरीय प्रश्न, छह-छह नंबर के 15 लघु स्तरीय संक्षिप्त टिप्पणी और एक या दो केस स्टडी संबंधित लघु प्रश्न होंगे। प्रश्न होगा तो 65 अंक और दो प्रश्न हुए तो एक 30 तथा दूसरा 35 अंक का होगा।

सामान्य हिंदी में तीन-तीन नंबर के 20 लघु स्तरीय प्रश्न। हिंदी से अंग्रेजी में गद्यांश अनुवाद 20 अंक और आठ-आठ अंक के 15 प्रश्न होंगे।

निबंध तथा अपठित गद्यांश के प्रश्नपत्र में दो-दो नंबर के 10 प्रश्न। पांच शब्दों का निबंध 30 अंक का और 1000 शब्दों का निबंध 50 अंक का होगा। 

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