जबलपुर। भारत के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख के नाम नोटिस जारी किया गया हो। हाईकोर्ट ने मोहन भागवत को एडवोकेट ओपी यादव की याचिका पर नोटिस जारी किया है।
जानकारी के अनुसार जनवरी 2015 में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जबलपुर आए थे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों को केशव कुटी बुलाकर कुछ निर्देश जारी किए थे। इसके अलावा आरएसएस की गतिविधियों में शामिल होने कहा था।
इस पर आपत्ति जताते हुए एडवोकेट ओपी यादव ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। इस संदर्भ में जस्टिस राजेंद्र मेनन और सुशील गुप्ता की बेंच ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को नोटिस जारी किया है। याचिकाकर्ता की ओर से रवीन्द्र गुप्ता और बसंत डेनियल ने पैरवी की।