रायसेन। शहर में अपने कारोबार की बड़ी झांकी जमाते हुए बसंत उपाध्याय ने बाजार, एनजीओ, मूर्ति निर्माण एवं अन्य कामों के जरिए लोगों को अपनी आय के कई स्त्रोत बताते हुए उनके द्वारा बनाई गई कंपनी श्रृद्धा सबुरी कमोडिटीज प्रायवेट लिमिटेड में निवेश करवा लिया और निवेश करने वालों को उनकी राशि जमा किए जाने के एवज में रसीद एवं चैक भी दिए लेकिन कुछ दिनों ही बाद कंपनी के दफ्तर में ताला देखकर निवेशकों के हाथ पैर फूल गए।
बुधवार को रायसेन थाना कोतवाली में पहुंचकर जमाकर्ताओं ने कंपनी और उसके संचालक बसंत उपाध्याय की धोखाधड़ी किए जाने की शिकायत की है। इस मामले में पुलिस भी गंभीरता नहीं बरत रही है और मामले की जांच के बाद ही कार्रवाई किए जाने की बात कह रही है। जबकि मामला धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ है।
कई अधिकारियों को भी लगाया चूना
जिले के कई प्रशासनिक अधिकारियों को भी बसंत उपाध्यय द्वारा चूना लगा दिया गया। मूर्ति निर्माण के दौरान समूह बनाकर कई महिलाओं के नाम से भी राशि हड़प ली गई। वहीं अधिकारियों से अच्छे संबंध बनाते हुए उनका पैसा भी निवेश करवा लिया गया। हालांकि चिडफंड के इस मामले में अब तक प्रशासनिक अधिकारी सामने नहीं आया है जिसने स्वीकार किया है उसका पैसा भी कंपनी में निवेश था।