भोपाल। राज्य व केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में बुधवार को प्रदेश व्यापारी हड़ताल की जाएगी। इससे भोपाल सहित प्रदेश के 20 हजार से अधिक यात्री बसें, ट्रक आदि वाहन बंद रहेंगे। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
यह जानकारी राज्य स्तरीय संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से आयोजित पत्रकार वार्ता में सोमवार को दी। इस मोर्चे में इंटक, एटक, सीटू, एचएमएस, एआईयूटीयूसी शामिल हैं। एटक के प्रतिनिधि श्यामसुंदर शर्मा ने बताया कि देश के तीन करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार देने वाले ट्रांसपोर्ट उद्योग को तबाह कर बड़े व्यवसायियों को सौंपने की साजिश की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले छोटी बसों को 150 किमी तक के परमिट देने का प्रावधान था, जिसे बदलकर 75 किमी किया जा रहा है।
इससे मप्र में छोटे ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों का उद्योग तबाह हो जाएगा। इसी तरह भोपाल आरटीओ द्वारा भेदभाव पूर्ण परमिट बांटकर वॉल्वो बसों को उपकृत किया गया है। जिससे सिर्फ वाल्वो बसें शहर के अंदर से मनमानी तरीके से दौड़ रही हैं और बाकी बसों को नियमों में बांध दिया गया है। जिससे छोटे व्यवसायियों को नुकसान हो रहा है। इस हड़ताल में मजदूरों कर्मचारियों की मांगों को भी शामिल किया गया है।
केंद्र सरकार कानून नहीं चलेगा
पीएन वर्मा, प्रवेश मिश्रा ने कहा कि केंद्र सरकार ने कहा कि केंद्र सरकार मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के स्थान पर सड़क यातायात व सुरक्षा कानून 2015 ला रही है। इसमें ऐसे प्रावधान हैं जिससे इस उद्योग में लगे छोटे ट्रांसपोर्ट व्यवसायी अपनी रोजी खो देंगे। प्रतिनिधियों के अनुसार इसका विरोध प्रदेश सहित देश भर में होगा।
निकलेंगी रैली
हड़ताल के दिन राजधानी में विभिन्न स्थानों पर रैली निकाली जाएगी और शाहजहांनी पार्क, तुलसी नगर मैदान आदि स्थानों पर सभाएं होंगी। इसके बाद जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसी तरह सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
विरोध के यह भी मुद्दे
धारा 304 ए को 304 में तब्दील किया जा रहा है।
वाहनों की उम्र 20 से घटाकर 15 वर्ष किया जा रहा है।