भोपाल। विधानसभा में फर्जी नियुक्ति कांड में आरोपी सूत्रसंचालक दिग्विजय सिंह के रैकेट में अब रजिस्टर्ड आरोपियों की संख्या 22 हो गई है। एसआईटी ने 2 रिटायर्ड अधिकारियों एवं कर्मचारी को भी आरोपी बनाया है। इन्हे नोटिस जारी कर दिए गए हैं। इनमें से 15 को अरेस्ट भी किया जा चुका है।
जहांगीराबाद सीएसपी सलीम खान के मुताबिक गत 27 फरवरी को विधानसभा में फर्जी नियुक्तियों को लेकर मामला दर्ज किया गया था। मामले में वर्ष 1993 से 2003 के बीच हुई नियुक्तियों की जांच के लिए उनके नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था। जांच के बाद इस मामले में मुख्य रूप से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी समेत 19 लोगों को आरोपी बनाया गया था।
पूछताछ के बाद एसआईटी ने मंगलवार को इसमें रिटायर्ड एडिशनल सेकेट्री रमेशचंद्र उपाध्याय, रिटायर्ड अंडर सेकेट्री श्यामलाल चतुर्वेदी और गंगा कछार परियोजना रीवा में पदस्थ एलसीडी बद्रीप्रसाद तिवारी को भी आरोपी बना लिया। पुलिस ने उनके बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेज दिए हैं। सीएसपी ने बताया कि नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों और इससे जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं।