अध्यापक आंदोलन: 22 सितम्बर, कहां क्या हुआ

Bhopal Samachar
भोपाल। सरकार की ओर से अध्यापक आंदोलन को तोड़ने के तमाम प्रयास हो रहे हैं परंतु इस बार आंदोलन किसी नेता की जेब में नहीं रहा। यह वाकई आम अध्यापकों की लड़ाई बन चुका है जिसे कोई एक व्यक्ति या संगठन रोक नहीं सकता। पढ़िए आज 22 सितम्बर को कहां क्या क्या हुआ:

बीआरसी कार्यालय में ताला जड़ा

ये मेला नहीं इंदौर में चल रहा आंदोलन है
सागर। हड़ताल कर रहे संविदा शिक्षकों ने सोमवार को शाहगढ़ में प्रदर्शन जारी रखा। सभी बीआरसी कार्यालय पहुंचे और बंद करके ताला लगा दिया। फिर पैदल मार्च निकालकर विरोध करते हुए नारे लगाए।

पुरानी गल्ला मंडी परिषर में तंबू लगाकर शिक्षक शिक्षिकाएं धरने पर बैठे। अध्यापक संघ के तहसील अध्यक्ष कुश कुमार दीक्षित ने करो या मरो का नारा देते हुए सभी शिक्षकों से एकजुटता की अपील की। उन्होंने कहा हमारे आंदोलन की गति कमजोर न हो सके। धरना देने वालों में बीएल खटीक अनिल जैन, कमलेश कौशिक भानू जैन, श्रीमति आशा गौड़ स्वर्णलता पाण्डेय हेमा अहिरवार, आशा अहिरवार, नेहा लखेरा, आरती लोधी, सुनील नामदेव, मनोज अहिरवार, एम.एल. लोधी, हरिहर क्षत्रिय कमलेश अहिरवार, मुकेश असाटी, गोविन्द तिवारी, जितेन्द्र विश्वकमा्र, विकास जैन दिनेश गिंडे, राजेश सेन, राजेन्द्र तिवारी, जगदीश शुक्ला, अश्विनी यादव केशव सोनी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक थे।

शिवपुरी में कलेक्टर आफिस में झाडू लगाई

शिवपुरी। मंगलवार को जिला मुख्यालय पर अध्यापकों ने विरोध का एक और नया तरीका अख्तियार करते हुये हाथों में झाडू थामी और कलेक्टेड रोड़ पर अलग अलग समूह बनाकर कचरा साफ किया। अध्यापकों का कहना था कि प्रदेश में अज्ञानता का कचरा साफ कर ज्ञान का अलख जगाने वाले अध्यापकों को सफाई कर्मियों से भी कम वेतन दिया जा रहा हैै। इधर व्लाॅक स्तर पर भी अध्यापक तालाबंदी कर हड़ताल को व्यापक रूप देते नजर आये। अध्यापकों ने आव्हान करते हुये कहा कि भले ही सरकार ने बातचीत शुरू की है लेकिन सकारात्मक व ठोस नतीजे आने तक किसी भी स्थिति में हड़ताल समाप्त नही की जायेगी।

कोलारस में फल बांटे, दुआएं मांगी

कोलारस। पूर्व नगर परिषद कोलारस अध्यक्ष धर्मेन्द्र जैन पल्लन तथा ओपी भार्गव विधायक प्रतिनिधि कोलारस ने अध्यापकों के धरना स्थल पर पहुंच कर अपना समर्थन दिया तथा वे करीब एक घंटे तक धरना स्थल पर बैठे रहे। उन्होंने अध्यापकों की जायज मांगों को सही ठहराया। इसके उपरांत हड़ताली अध्यापकों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोलारस में पहुंचकर मरीजों का हाल जाना तथा उनको फल वितरित किए।

अध्यापक संघ लहार जिला भिंड में बुढ़बा मंगल के अवसर पर सुदरकांड काण्ड के पाठ का आयोजन किया गया। 
श्योपुर में केंडल मार्च किया तथा साथी की असमायिक मृत्यु पर मोन धारण किया।

मझौली में बारिश के बावजूद रैली निकाली

मझौली। मझौली के अध्यापक शाम 5:00 बजे पूर्व माध्य0 विद्या0 बालक मझौली के पास एकत्र हुए जहाँ से पंक्तिबद्ध होकर भारी बारिस के बीच मझौली बाजार भ्रमण किया और मडफहा मंदिर जाकर कैण्डल मार्च का समापन किया गया। शिक्षा विभाग की आन्दोलन मडफहा देवी को मागों का ज्ञापन अर्पित कर अध्यापकों द्वारा प्रार्थना की गई।
मार्च में मुख्यरुप से प्रेेमनारायण मिश्रा, रावेन्द्र शुक्ला, कमलाकर सिंह, संजय तोमर, गायत्री पटेल, वन्दना नामदेव, सविता सिंह, वर्षा टेम्भुरकर, प्रकाश नामदेव, एल0बी0 सिंह, सविता प्रजापति, अम्ब्रीश गुप्ता, शैलेन्द्र सिंह, रामचरण यादव, सिद्धिमुनि गुप्ता, ओमप्रकाश नामदेव, सतीश सूर्यवंशी, राजेश सिंह, रामविशाल कुशवाहा, प्रहलाद गुप्ता, प्रफुल्ल सिंह, सुखई कोरी ,जगधारी रावत, तरुण दानी, राकेश गुप्ता, राजराखन केवट, बाबूलाल कोल, अम्बिका मिश्रा, मनोज बर्मा, उग्रसेन साहू, राजेन्द्र सिंह, फूलचन्द्र सेन, बलिकरण कुशवाहा सहित सैकडों अध्यापक सहित लगभग दो सौ अध्यापक शामिल हुए।

पटेरा में बीआरसी परिसर में धरना दिया

पटेरा। बीआरसी परिसर में धरना आयोजित किया गया। संगठन के सभी सदस्यों ने अपनी मांगों को लेकर म0प्र0 सरकार से आर पार की लडाई लडने का निर्णय किया। सभी अध्यापकों ने अपनी मांगों को लेकर हर प्रकार का त्याग करने का व्रत लेते हुये जय घोष किया। मोर्चा के अध्यक्ष श्री उमाकांत गौतम ने आहवान करते हुये कहां कि हम सभी अध्यापक अपनी मांगे पूर्ण होने तक आंदोलन करते हुये म0प्र0 सरकार की दमनकारी शोषणपूर्ण नीति का विरोध करते रहेगे।

श्योपुर में अध्यापको ने निकाला हाथ में तिरंगा लेकर जुलुस

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