30 सितम्बर के सामूहिक अवकाश के लिए खजुराहो में संघ की बैठक

भोपाल। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय महामंत्री एवं प्रमुख प्रवक्ता लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया कि संघ के आव्हान पर 30 सितम्बर को सामूहिक अवकाश आंदोलन किया जा रहा है जिसकी तैयारी के लिये सागर एवं शहडोल संभाग के पदाधिकारियों की बैठक प्रांतीय अध्यक्ष अरूण द्विवेदी की अध्यक्षता में खजुराहों में आयोजित की गई।

बैठक में सामूहिक अवकाश आंदोलन की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा कर रणनीति तैयार की गई। बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रांतीय अध्यक्ष अरूण द्विवेदी ने बताया कि सभी जिलों मे सामूहिक अवकाश आंदोलन के आवेदन पत्र कर्मचारियों से भरवाये जा रहे है। 

संघ के महामंत्री लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया कि भोपाल एवं होशंगाबाद संभाग के पदाधिकारियों की बैठक होशंगाबाद में 19 सितम्बर को तथा जबलपुर संभाग के पदाधिकारियों की बैठक जबलपुर में 20 सितम्बर को आयोजित की गई है । 

प्रदेश भर के लगभग 5 लाख कर्मचारी अपनी मांगों की पूर्ति के लिये 30 सितम्बर को मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ द्वारा चलाये जा रहे चरणबद्ध आंदोलन के छठवे चरण के अंतर्गत एक दिवस का सामूहिक अवकाश लेंगे। श्री द्विवेदी ने बताया कि अत्यावश्यक सेवाओं को आंदोलन से मुक्त रखा गया है। उन्होने बताया कि अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारी आंदोलन में शामील नही होंगे पर स्वास्थ्य विभाग का लिपकीय अमला आंदोलन में शामील रहेंगा।

नेताद्वय श्री द्विवेदी एवं शर्मा ने बताया कि आंदोलन की सूचना मुख्य मंत्री कार्यालय एवं मुख्य सचिव कार्यालय को दे दी गई है । सरकार को जनता की सुविधाओं के दृष्टिगत संघ के प्रतिनिधिमण्डल को चर्चा के लिये आंमत्रित करना चाहिये और संवाद के माध्यम से मांगों का निराकरण करना चाहिये । उन्होने कहा कि सरकार की असंवेदनषीलता का यह आलम है कि अभी तक संघ ने 5 चरणों में आंदोलन किया है और हर बार सरकार को आंदोलन की सूचना दी है पर सरकार के कानों में जू भी नही रेंग रही है । संघ द्वारा 23 अगस्त को राजधानी भोपाल में आंदोलन के पांचवे चरण में महारैली का आयोजन किया था जिसमें हजारों की संख्या में प्रदेष भर से कर्मचारी राजधानी पहुंचे थे । मांगों का निराकरण न होने से कर्मचारियों को हजारों रूपये का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है जिससें कर्मचारियों में आक्रोष है ।

कर्मचारियों की मुख्य लंबित मांगें:-
माननीय मुख्यमंत्री जी के घोषणा अनुसार प्रदेष के समस्त संवर्गों के सभी कर्मचारियों को त्रिस्तरीय पदोन्नति समयमान वेतनमान 10, 20 एवं 28 वर्ष की सेवा उपरांत दिया जायें। 
वेतनमान रूपयें 5000-8000 एवं 5500-9000 में ग्रेड पे रूपये 3200 एवं 3600 के स्थान पर केन्द्र सरकार तथा छततीसगढ सरकार के समान ग्रेड पे रूपये 4200 की जायें एवं वेतनमान रूपये 6500-10500 में ग्रेड पे रूपये 4200 के स्थान पर 4800 दी जायें ।
 जनवरी से 30 जून तक वार्षिक वेतनवृद्धि प्राप्त करने वाले अधिकारी/कर्मचारियों को केन्द्र एवं छत्तीसगढ सरकार के समान छठवे वेतनमान के अंतर्गत एक वार्षिक वेतनवृद्धि का लाभ दिया  जायें ।
लिपिकों के वेतन में चली आ रही विंसगतीयों को शीघ्र दूर किया जाऐ, ताकि सहायक ग्रेड-2 से लेखापाल एवं लेखापाल से कनिष्क लेखा अधिकारी /आडिटर के पद पर पदोन्नति होन पर आर्थिक लाभ प्राप्त हो सके।
समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों का वृत्ति कर समाप्त कर दिया जावे।
पेंषन गणना हेतु अधिवार्षिकी आयु केन्द्र सरकार के समान  25 वर्ष की जाये ।
दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों एवं संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जायें तथा नियमित कर्मचारियों के समान वेतनमान एवं अन्य सुविधायें प्रदान की जायें । 
विभिन्न संवर्ग के कर्मचारियों यथा लिपिक, कार्यपालिक एवं तकनीकी संवर्ग के वेतनमान की विसंगतियों को दूर किया जायें ।
समस्त अधिकारी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष की जायें । 
प्रदेष के कर्मचारियों को मंत्रालय कर्मचारियों के समान वेतनमान, भत्ते एवं पदोन्नति दी जायें । 
प्रदेष के अधिकारी/कर्मचारियों को 2011 की जनगणना के आधार पर केंद्र के समान मकान भाडा दिया जाए।
जुलाई 2006 से अगस्त 2008 तक के मंहगाई भत्ते के ऐरियर राषी का नगद भुगतान किया   जाये । 
सेवा निवृत्ती पर अवकाष नगदीकरण की सीमा 240 दिवस से बढाकर 300 दिवस की जायें ।
अनुकम्पा नियुक्ति का सरलीकरण किया जाए।

लक्ष्मीनारायण शर्मा
 महामंत्री, 
09893002950

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