इंदौर। यहां एक अजीब हत्याकांड का खुलासा हुआ है। एक महिला ने अपने एक नहीं बल्कि तीन प्रेमियों के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी। इससे पहले उसने अपने पति की करीब 1 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी भी अपने नाम करवा ली।
23 सितंबर से लापता अखंड नगर निवासी 32 वर्षीय तुलसीराम पिता रामकुमार जोशी की लाश शुक्रवार शाम एरोड्रम रोड पुलिस ने गांधीनगर रोड नैनोद में मल्टी के पीछे ड्रेनेज से बरामद की। उसकी हत्या पत्नी कीर्ति बाला ने अखंड नगर में ही रहने वाले तीन प्रेमियों विशाल, चिंटू और एक अन्य से करवाई थी। मर्डर का पर्दाफाश तुलसीराम की आठ साल की बेटी ने ही किया। पुलिस ने कीर्ति और एक प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो फरार हैं।
24 सितंबर की सुबह कीर्ति बाला ने परिवार वालों को बताया कि पति तुलसीराम बिना चप्पल पहने मार्निंग वॉक पर गया है और अभी तक नहीं लौटा। इस पर दूसरी गली में रहने वाले तुलसीराम के भाई श्रवण कुमार और जीजा रतनलाल जोशी भी घर पहुंचे। उन्होंने खोजबीन शुरू करवाई, लेकिन तुलसीराम का कोई पता नहीं चला। परिवार वाले लगातार मोबाइल लगाते रहे, लेकिन फोन डायवर्ट बता रहा था। पत्नी बच्चों के साथ दिनभर घर पर थी, शाम को तुलसीराम की बहन प्रेम जोशी आई और कुछ देर बाद 8 साल की बेटी चांदनी उर्फ दक्षा को अपने घर ले गई। चांदनी ने जो सच बताया उससे पूरा परिवार स्तब्ध रह गया।
पुलिस ने बहुत हलके में लिया
24 सितंबर को तुलसीराम के जीजा रतनलाल जोशी जब पुलिस के पास गुमशुदगी लिखाने गए तो पुलिस ने बहुत हलके में लिया और बोली कि तुम तलाशो बाद में हम देखते हैं। परिवार वालों का आरोप है कि शाम को जब चांदनी ने सारी घटना बताई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। तुलसीराम के गुमने की जानकारी मिलते ही अगले दिन भलवाड़ा से उसका छोटा भाई माधवलाल जोशी आया। उसने भिलवाड़ा के एक नेता को फोनकर मदद मांगी। 25 की सुबह जब परिवार ने थाने में मोर्चा खोला तो पुलिस हरकत में आई और पत्नी कीर्ति बाला और एक प्रेमी को गिरफ्तार किया।
लोडिंग में ले गए लाश
पुलिस गिरफ्त में आए एक प्रेमी ने कबूला कि तुलसीराम को गला घोंटकर मारा और फिर उसके पैर बांधकर रात को ही एक लोडिंग में डालकर नैनोद ले गए। वहां ड्रेनेज में लाश फेंककर आ गए। सभी सामान्य रहे। अगले दिन दो लोग भाग गए।
कई बार समझाया, लेकिन नहीं मानी
तुलसीराम के भाइयों और जीजा ने बताया कि उसका तीन लड़कों से अवैध संबंध था। कीर्ति को कई बार समझाया, लेकिन वह नहीं मान रही थी। तुलसीराम हलवाइयों का मास्टर था और उसके पास तकरीबन एक करोड़ की प्रॉपर्टी है, जो कीर्ति ने अपने नाम करवा ली थी। किसी भी प्रॉपर्टी के कागजात नहीं मिल रहे हैं। दोनों की शादी 10 साल पहले हुई थी। उनके बच्चे चांदनी (8), विकलांग बेटा यश (5) और हर्ष (2) है।