मुरैना। भर्ती घोटाला केवल व्यापमं में नहीं हुआ, भारत की गौरवशाली सेना में भी हुआ है। घोटालेबाजों की लिस्ट में दर्ज किए गए नामों में सेना का कर्नल एवं मेजर भी शामिल है। आरोप है कि अधिकारियों ने सीधी भर्ती के नाम पर अभ्यर्थियों ने 55 लाख रुपए वसूले और भर्ती भी नहीं की।
कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी के इस मामले में कर्नल रंजीत सिन्हा, मेजर मंजीत सिंह, क्लर्क मनोज, संदीप शर्मा, राकेश और राहुल के खिलाफ केस दर्ज किया है। यह सभी कोलकता के एसओआर बेरिकपुर में पदस्थ बताये गए है।
दरअसल, कोलकता में आयोजित सेना की भर्ती में मुरैना जिले के बेरोजगार युवाओं को सेना भर्ती कराने के नाम पर पांच-पांच लाख रुपए वसूले गए थे। दावा किया गया था कि उनका सेना में सीधे सिलेक्शन करा दिया जाएगा लेकिन जब युवाओं को सेना में नौकरी नहीं मिली तो ग्रामीणों ने अपना पैसा मांगना शुरू कर दिया। वेदप्रकाश ने पैसा नहीं लौटाया तो उसके और उसके परिवार के तीन अन्य लोगो के खिलाफ जुलाई 2014 में धोखाधड़ी का मामला अम्बाह थाने में दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था।
इसी के बाद वेदप्रकाश ने कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इस याचिका में सेना के अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए थे। इसी आधार पर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए सैन्य अफसरों के खिलाफ भी मामला दर्ज करने के आदेश दिए है।