भोपाल। पेटलावद में कल सुबह 8:30 बजे हुए तेज धमाके और इस हादसे में हुई करीब 100 लोगों की मौत का जिम्मेदार भाजपा नेता राजेन्द्र कसाव मूलत: 'धमाके का धंधा' करता है। डेटोनेटर और जिलेटिन सहित पहाड़ों को दरका देने वाली बारूदों का भंडार कसाव के पास हमेशा मिलता है। यह उसका पुश्तैनी धंधा है। उसके पिताजी भी यही काम करते थे। प्रशासन किच किच से बचने के लिए उसने भाजपा ज्वाइन कर ली थी। ब्लॉस्ट के बाद से राजेन्द्र कसाव का पूरा परिवार गायब है। वर्तमान में वो भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ का अध्यक्ष है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह ने घटना पर शोक तो जताया है परंतु कसाब को अब तक सस्पेंड भी नहीं किया है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, राजेंद्र कासवा पिछले 10 साल से न्यू बस स्टैंड इलाके में यूरिया के गोदाम में अवैध रूप से विस्फोटक सामग्री रख रहा था। पहले यह सीमित हुआ करता था परंतु जब से भाजपा की सरकार बनी है उसने भंडार भी बढ़ा दिया था। इस बारे में पुलिस और प्रशासन के अफसरों को कई बार शिकायत की गई। सीएम हेल्पलाइन, जनसुनवाई और हर उस आफिस में जहां कार्रवाई की उम्मीद थी परंतु भाजपा के प्रभाव के चलते कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पूरा परिवार करता है 'धमाके का धंधा'
राजेंद्र कांसवा का पूरा परिवार ब्लास्टिंग का काम करता हैं। इन दिनों इसकी मुख्य जवाबदारी राजेंद्र के कंधों पर ही थी। बताया जा रहा है कि राजेंद्र के पिता शांतिलाल कासवा भी यही काम करते थे। उनके बाद राजेंद्र और दो भाइयों नरेंद्र और फूलचंद्र ने भी इसी काम को अपने हाथों में ले लिया। पिता शांतिलाल का कुछ समय पहले ही निधन हुआ।
राजेंद्र कासवा के एक अन्य भाई जमकलाल की 10 साल पहले मौत हुई थी। उस वक्त परिजनों ने गैस की टंकी में विस्फोट को जमकलाल की मौत की वजह बताया था। पूरे इलाके में माना जाता है कि हादसे जिलेटिन जैसी किसी विस्फोटक सामग्री की वजह से हुआ था। हालांकि, इस बारे में अधिकारियों ने कभी भी तह तक जाने की कोशिश नहीं की।
पूरा परिवार गायब
शनिवार सुबह हुए विस्फोट के बाद से ही राजेंद्र कांसवा और उसका पूरा परिवार गायब है। राजेंद्र और उसके भाईयों के घर पर ताला लगा हुआ है। राजेंद्र कहां है? इस बात को लेकर असमंजस बना हुआ है। एक आशंका यह भी जताई जा रही है कि वो भी तो हादसे का शिकार नहीं हो गया।