भोपाल। भोपाल नगरनिगम में भाजपा की सरकार है, बावजूद इसके भाजपा के ही पूर्व विधायक शैलेंद्र प्रधान को धरना देना पड़ा। वो आज सुबह दानापानी रेस्टोरेंट के पास धरने पर बैठ गए। यह धरना एक जमीन विवाद के चलते दिया गया।
दानापानी के पास शैलेंद्र प्रधान की जमीन है जिसको लेकर नगर निगम का कहना है कि वह सड़क के लिए अधिग्रहित कर ली गई है। इस जमीन पर हो रहे निर्माण को रोकते हुए नगर निगम के अमले ने कार्रवाई की थी। नगर निगम की इस कार्रवाई के खिलाफ प्रधान ने आज सुबह से धरना शुरू कर दिया और उन्होंने कहा कि पुलिस उन्हें गिरफ्तार करे। अगर जिस जमीन को अधिग्रहित बताया जा रहा है वह उनकी नहीं निकले तो उन पर कार्रवाई की जाए।
प्रधान के धरने पर बैठने के बाद महापौर आलोक शर्मा उनसे मिलने पहुंचे। महापौर ने उनसे बातचीत की और वहीं नगर निगम के अधिकारियों तथा नगर एवं ग्राम निवेश संचालनालय के अफसरों को भी बुला लिया। सरकारी रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। महापौर आलोक शर्मा का कहना है कि प्रधान बीजेपी के वरिष्ठ और सम्मानित नेता हैं। अगर जमीन उनकी निकली तो कार्रवाई नहीं की जाएगी और अगर सरकारी जमीन पाई जाएगी तो वे स्वयं ही उसे छोड़ देंगे।