श्योपुर। खरीफ की फसल अधिकांश स्थानों पर लगभग लगभग खत्म हो गई है। सर्वाधिक बुरी स्थिति विजयपुर वीरपुर तहसील क्षेत्रकी है। जहां पर बारिश महज 35 प्रतिशत ही हुई है। अल्प वर्षा वाले इस क्षेत्रमें सूखे की स्थिति है, श्योपुर जिला प्रशासन इन्हीं स्थितियों के मद्देनजर तीनों विकास खण्डों के लिहाज से अलग अलग नुकसान सर्वे करा रहा है, ताकि किसान हित में राज्य शासन को सही स्थिति भेजी जा सके।
खासबात यह है कि सर्वे मापदण्डकलेक्टर द्वारा जो निर्धारित किए गए हैं, उनमें प्रति ग्राम कम से कम 6 किसानों की फसल का जायजा लेना शामिल है। ताकि नुकसान का सही पता चल सके और उसके लिहाज से राज्य शासन को जिले में होने वाले नुकसान की ठीक ठीक जानकारी भेजी जा सके। जिससे राज्य शासन से किसान हित में जो मुआवजा आदि दिया जाए, उसका लाभ श्योपुर के किसानों को भी मिल सके।
कलेक्टर ने देखी फसलें
कलेक्टर ने ग्राम मातासूला, तिल्लीपुर, नागरगावड़ा, बगडुआ एवं जावदेश्वर तक भ्रमण कर निरीक्षण किया गया है। चर्चा के दौरान किसानो ने बताया कि 6 0 दिन की अवधि वाली सोयाबीन की फ सल ठीक है किन्तु 90 दिन की अवधि वाली सोयाबीन जेएस एवं 093 पूरी तरह से खराव हो गई है। पीला मोजिक रोग से भी फसलो को नुकसान पहुंचा है।
माइनर नहरों का भ्रमण कर लिया सिंचाई स्थितियों का जायजा
कलेक्टर पीएल सोलंकी द्वारा रविवार चबंल दाहिनी मुख्य नहर की विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया तथा उप नहरो से सिंचाई व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान उन्होने नागदा रेगुलेटर, मातासूला 12 एल, तिल्लीपुर, नागरगावड़ा, बगडुआ से जावदेश्वर, टेकना चोपना, काचरमूली, जैनी, मानपुर, गिरधरपुर तक का भ्रमण कर नहर की स्थिति, उससे निकली शाखाओं, टेलपोर्सन तक पानी एवं किसानो से चर्चा कर सिंचाई व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की गई। इस दौरान टेल पोर्सन के किसानों को पानी अब तक न मिल पाने की स्थितियां भी देखने को मिलीं।
फसलों में नुकसान तो है ही, इसके लिए सर्वे करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि नुकसान आंकलन समय पर राज्य शासन को भेजा जा सके।
पन्ना लाल सोलंकी
कलेक्टर, श्योपुर