पन्ना। खूबसूरत घने जंगल और हरी-भरी पहाड़ियां सदियों से पन्ना जिले की पहचान रही हैं, लेकिन प्रकृति प्रदत्त इस पहचान पर संकट मंडरा रहा है। पन्ना की इस नैसर्गिक धरोहर को सहेजने व संरक्षित रखने की जवाबदारी जिनके ऊपर है, वही लोग बेरहमी के साथ जंगल कटवाने में लिप्त हैं। ताजा उदाहरण उत्तर वन मण्डल पन्ना अन्तर्गत देवेन्द्रनगर वन परिक्षेत्र के हीरापुर प्लान्टेशन का है, जहां अभी हाल ही में सौ से भी अधिक सागौन वृक्षों को काटा गया है। इस चार दशक पुराने प्लान्टेशन में हर तरफ सागौन वृक्षों के ताजे ठूंठ नजर आ रहे हैं। इन ठूंठों को देखकर पता चलता है कि बड़े ही सुनियोजित तरीके से यहां एक या दो दिन में वृक्षों की कटाई तथा सागौन लकड़ीका परिवहन हुआ है जो वन अमले की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है।