डिण्डौरी। शिक्षक संवर्ग में संविलियन की एकसूत्रीय मांग को पूरा कराने पूरे प्रदेष में भ्रमण कर रहा आजाद रथ आज डिण्डौरी पहुंचा, जहां तकरीबन 5000 से अधिक अध्यापक व संविदा षिक्षकों ने आजाद रथ का बैण्ड-बाजे के साथ स्वागत किया। आजाद रथ के साथ जब अध्यापकों ने अपनी रैली निकाली तो पूरा शहर अध्यापकों से खचाखच भर गया।
बताया गया है कि यह आजाद रथ क्रमांक 2 है जिसका शुभारंभ सिंगरौली जिले से 25 अगस्त को स्वयं प्रदेशाध्यक्ष भरत पटेल ने हरी झण्डी दिखाकर किया था। इसके बाद यह रथ सीधी, ष्षहडोल, उमरिया, अनूपपुर, अमरकंटक होते हुए आज डिण्डौरी पहुंचा है। जैसे-जैसे आजाद रथ आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे अध्यापकों का उत्साह भी बढ़ता जा रहा है।
अभी यह रथ मण्डला, जबलपुर आदि जिलों से होता हुआ लाखों अध्यापकों के हुजूम के साथ 13 सितम्बर को भोपाल पहुंचेगा।यदि 5 सितम्बर तक प्रदेष के मुख्यमंत्री ने अध्यापकों का षिक्षक संवर्ग में संविलियन व एकमुष्त छठावेतन सिंतम्बर में पूर्ण रूप से समायोजित नहीं किया तो 6 सितम्बर से आजाद रथ के साथ और अधिक संख्या में अध्यापक अपना आक्रोष प्रकट करने जुड़ेंगे।
डिण्डौरी में आजाद रथ के साथ अध्यापकों ने गगनभेदी नारे लगाते हुए पन्ना चैराहे से सेण्ट्रल स्कूल चैराहे तक एक विषाल रैली निकाली जो कलेक्ट्रेट के पास पहुंचकर एक आमसभा में परिणित हो गया।आमसभा में विषेष रूप से उपस्थित आजाद अध्यापक संघ के प्रांतीय प्रवक्ता रत्नेष मिश्रा ने प्रदेष के अध्यापकों का आह्वान किया कि अब प्रदेष के अध्यापकों ने निर्णायक लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है। जो अध्यापक अभी भी किंतु-परंतु में उलझे हैं वे भी सारे मतभेद भुलाकर 13 सितम्बर के महायज्ञ में अपनी आहुति देने पहंुचंे।प्रांतीय प्रवक्ता ने कहा कि हम षिक्षक संवर्ग में संविलियन व एकमुष्त पूर्ण छठावेतन लेकर ही रहेंगे। डिण्डौरी में आजाद रथ के स्वागत के लिए जबलपुर संभाग के पदाधिकारियों के साथ ही पड़ोसी जिलों के अध्यापक पदाधिकारी भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
सभा के उपरांत आजाद अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष देवेन्द्र दीक्षित ने हजारों अध्यापकों की उपस्थिति में षिक्षक संवर्ग में संविलियन व एकमुष्त पूर्ण छठावेतन दिए जाने का डिण्डौरी कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा।