सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। मप्र में हुए हजारों करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में बालाघाट से एक और नया अध्याय जुड़ गया है। बालाघाट जिले की पैरामेडिकल संस्थाओं में छात्र-छात्राओं के नाम पर छात्रवृत्ति हडपने का एक नया घोटाला प्रकाश में आया है। बालाघाट जिले की 29 पैरामेडिकल संस्थाओं में पढने वाले लगभग 1300 छात्रों के नाम पर छात्रवृत्ति हडप ली गई। इनमें से ज्यादातर पैरामेडिकल संस्थायें बंद हो चुकी है।
आदिवासी विकास के सहायक आयुक्त श्री एस एस मरकाम ने अवगत कराया की जिन 1300 छात्र-छात्राओं के नाम पैरामेडिकल संस्थाओं में अध्ययनरत होना बताया गया है उनकी जांच किये जाने पर वे उसी सत्र में अन्य दूसरी संस्थाओं में प्रवेशित पाये गये है।
श्री मरकाम ने बताया की कलेक्टर श्री व्ही किरण गोपाल के निर्देश पर इस मामले की गहन छानबीन की जा रही है। जांच के पश्चात संबंधित पैरामेडिकल संस्थाओं के खिलाफ आपराधिक प्रकरण पुलिस में दर्ज किया जायेगा। यह उल्लेखनीय है की पैरामेडिकल संस्थाओं में पढने वाले छात्रों को 27 हजार रूपये प्रति वर्ष छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।
उन्होने यह भी बताया की एसटी छात्रों के खातो में छात्रवृत्ति उनके बैंक के खातों में सीधे जमा कराई जा रही है लेकिन अन्य पिछडा वर्ग के छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति अभी भी संस्था के खाते में जमा की जाती है जिसमें हेराफेरी की संभावना बनी हुई है।