भोपाल। अपनी मांगों को लेकर आंदोलरत अध्यापकों को चर्चा के लिए बुलाने के बाद गिरफ्तार कर जेल में डालने और अध्यापकों की आज रैली को दमन पूर्वक प्रतिबंधित करने पर मप्र संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ ने विरोध किया है।
मप्र संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने भोपाल स्थित लालघाटी पहुंचकर हड़ताली अध्यापकों का समर्थन करते हुये तिरंगा झण्डा लहराया और आंदोलन का समर्थन किया। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने कहा है कि जब अध्यापक आंदोलन कर रहे थे तब सरकार ने उन्हें वार्ता के लिए बुलाया ओर जब अध्यापक वार्ता कर रहे तो उन्हें गिरफतार कर लिया। एक तरफ सरकार कहती है अध्यापक आंदोलन के जरिये मांगों का निराकरण किया जाए दूसरी तरफ जब अध्यापक वार्ता करते हैं तो उनको गिरफतार कर लिया जाता है।
इसी सरकार ने इंदिरा गांधी के अपातकाल का विरोध किया था और अपातकाल के समय बन्दी रहे लोगों का सम्मान यह सरकार करती है। दूसरी तरफ यह सरकार अध्यापकों पर अपातकाल लगाती है। म.प्र. संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ ने दो लाख संविदा कर्मचारियों अधिकारियों का समर्थन अध्यापकों के आंदोलन को दिया है।