जेल से रिहा हुये अध्यापकों का जगह जगह स्वागत

Bhopal Samachar
मंडला। अध्यापक संयुक्त मोर्चा के आव्हान पर जारी आंदोलन के चलते आयुक्त लोकशिक्षण संचालनालय में अध्यापकों की समस्या के निराकरण हेतु प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा एस.आर.मोहन्ती, आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय डी.डी. अग्रवाल, के बीच वार्ता असफल होने पर प्रतिनिधि मण्डल में सम्मिलित 16 पुरूष अध्यापकों सहित 1 महिला अध्यापक को गिरफतार कर जेल भेज दिया गया था।

प्रतिनिधि मण्डल में मण्डला जिला से डी.के.सिंगौर भी सम्मिलित थे जिन्हैं दो दिन और दो रात भोपाल की सेण्ट्रल जेल में रखा गया था। इधर डी.के.सिंगौर के जेल में बंद रहने के चलते जिले के अनेक अध्यापकों ने संघ की अपील के बाद स्कूल ज्वाइन नहीं किया था। इन अध्यापकों का कहना था कि डी.के.सिंगौर की रिहाई के बाद ही वे स्कूल में ज्वाइन करेंगें। जैसें ही शनिवार की रात डी.के.सिंगौर की रिहाई का समाचार मिला अध्यापकों के चेहरे खिल उठे। और अध्यापकों ने जबलपुर से ही उनका स्वागत कार्यक्रम आयाजित किया। बीजाडाण्डी के मोहन यादव और गंगाराम यादव ने जोरदार जुलुस के साथ बीजाडाण्डी में स्वागत कर सभा आयोजित की।

नारायणगंज के अध्यापकों बेण्ड बाजे के साथ स्वागत रैली आयोजित की और नाराणगंज बस स्टैण्ड में एक सैकडा अध्यापकों की उपस्थिति में सभा की और अध्यापकों को जेल में बंद करने की कड़ी निदां की। डी.के.सिंगौर के मण्डला में प्रवेश करने पर मण्डला ब्लाक,नैनपुर ब्लाक, बिछिया ब्लाक,मवई ब्लाक के अध्यापकों ने फूलमाला और बाजे गाजे के साथ कटरा में स्वागत किया और एक विशाल जुलूस का आयोजन किया यह जूलूस संकिर्ट हाउस पहुंचा जहां मण्डला सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते को जाकर बताया कि किस तरह पार्टी के मुखिया ने अध्यापकों के सम्बंध में अशोभनीय टिप्पणी की हैं। श्री कुलस्ते ने उपर मामले को उठाने की बात की । इसके बाद अध्यापक संयुक्त मोर्चा की सभा का आयोजन रिपटा घाट में किया गया जिसमें गिरफतार हुये सभी अध्यापक साथियों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। 

लाल घाटी में कड़ी चैकस व्यवस्था के बाद भी अध्यापकों ने जिस तरह से बहादुरी के साथ लाल घाटी में तिरगां लहराया उसकी जानकारी अध्यापकों द्वारा दी गई अध्यापक संयुक्त मोर्चा के संताष सोनी और संजीव वर्मा ने अध्यापकों की बहादुरी की प्रशसां की। डी.के.सिंगौर ने बताया कि अध्यापक प्रतिनिधियों ने दो दिन तक जेल में रहने के बाद भी सरकार के साथ कोई समझौता नहीं किया । अंत में प्रशासन को झुकना पड़ा और सभी पदाधिकारियों को मुचलके में छोड़ा गया। संघ ने वार्ता के द्वौरान अध्यापक नेताओं की गिरफतारी और बीजेपी प्रदंेश अध्यक्ष नंद कुमार चैहान के बयान की कड़ी निदां की।  अध्यापक संयुक्त मोर्चा ने अपने अधिकृत बयान में कहा है कि अध्यापक माननीय उच्चन्यायालय के आदेश के परिपालन में शालाओं में ज्वाइन करें और अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर पाठयक्रम पूर्ण करें। अध्यापकों की हड़ताल समाप्त हुई है पर आंदोलन जारी रहेगा जिसे वे अवकाश के दिनों में अंजाम देगें । अगामी कार्यक्रम की रणनीति 2 अक्टूबर की जबलपुर बैठक में बनाई जायेगी।

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