अध्यापकों ने लालघाटी पर तिरंगा लहराया

Bhopal Samachar
भोपाल। सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद अध्यापकों ने लालघाटी पर तिरंगा लहरा ही दिया। राजधानी की 100 प्रतिशत नाकाबंदी थी, चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात थी। रातभर अध्यापकों की गिरफ्तारी का दौर चलता रहा परंतु फिर भी पुलिस को चकमा देकर 20 हजार से ज्यादा अध्यापक राजधानी में घुस आए और लालघाटी पर तिरंगा लहरा दिया। इसी बीच कलेक्टर निशांत बरवड़े उनसे मिलने पहुंचे परंतु निराश होकर लौट गए। समाचार लिखे जाने तक अध्यापकों की गिरफ्तारी और लालघाटी पर तिरंगा प्रदर्शन जारी था।

भोपाल पुलिस और अध्यापकों के लिए आज का दिन यादगार रहेगा। शाम 7 बजे डीपीआई से अध्यापक नेताओं की गिरफ्तारी के बाद से ही माहौल गर्माने लगा था। अध्यापक आक्रोशित थे एवं हर हाल में रैली के लिए जुट जाना चाहते थे। पुलिस भी एक एक अध्यापक को गिरफ्तार करने के लिए घूम रही थी। भोपाल की सभी सीमाएं सील कर दीं गईं थीं। हर आने जाने वाले वाहन की चैकिंग की जा रही थी। प्रदेश के दूसरे जिलों में भी अध्यापकों की गिरफ्तारी का क्रम जारी रहा। पूरे प्रदेश में करीब 1 लाख अध्यापकों को गिरफ्तार किया गया, परंतु पुलिस को चमका देकर 20 हजार से ज्यादा अध्यापक राजधानी में घुस आए।

कार्यक्रम तय था, सुबह 11 बजे लालघाटी पर। परंतु राजधानी में घुसे अध्यापक इससे पहले ही लालघाटी के आसपास जमा होना शुरू हो गए। यहां भी पुलिस का पहरा था परंतु ज्यादातर अध्यापक भेष बदलकर आए थे और एक आम भोपाली की तरह सड़कों के आसपास घूम रहे थे। दोपहर करीब 12 बजे 200 अध्यापकों का दल लालघाटी पर आ डटा और उन्होंने तिरंगा लहरा दिया। आसपास डटे अध्यापक पुलिस कार्रवाई का इंतजार कर रहे थे। कुछ समय बाद तिरंगाधारियों के साथ आंदोलनकारियों के समूह एकजुट होना शुरू हो गए और देखते ही देखते 10 हजार से ज्यादा अध्यापक लालघाटी पर तिरंगा लिए आ डटे।

सरकार की तमाम कोशिशें बिफल हो गईं। लालघाटी पर तिरंगा लहरा दिया गया। इस दौरान भोपाल कलेक्टर निशांत बरवडे आंदोलनकारियों से मिलने पहुंचे। उन्होंने कानून व्यवस्था की स्थिति का वास्ता देकर आंदोलन रद्द करने का आग्रह किया, बदले में अध्यापकों ने अपने गिरफ्तार किए गए नेताओं को रिहा करने की मांग कर डाली। अंतत: कलेक्टर मायूस होकर लौट गए। समाचार लिखे जाने तक अध्यापकों की पूरी कंपनी लालघाटी पर डटी हुई थी, जबकि इससे दोगुना अध्यापक आसपास सामान्य भोपाली बनकर बैकअप प्लान बनाए मौजूद थे। अध्यापक आंदोलन से जुड़ी प्रत्येक छोटी बड़ी खबर के लिए पढ़ते रहिए: भोपाल समाचार डॉट कॉम

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