सागर। दोपहर करीब 12 बजे। जब एक ओर जहां जैन समाज अपनी मांगों को लेकर कलेक्टोरेट में प्रदर्शन कर रहा था। तभी यहां एस्सेल के दलालों को जूते मारो... के नारे गूंजने लगे। सबकी नजरें यहां-वहां हुई। यहां गांव से आए लोग भी खराब फसल को लेकर ज्ञापन देने के लिए खड़े थे। इनकी ओर सबकी नजर गई, लेकिन ये शांत थे।
जब नजर ट्रेजरी कार्यालय की ओर गई तो 5 वार्डों के करीब 500 आक्रोशित पुरुष व महिलाएं कलेक्टोरेट की ओर बढ़ते दिखे। कर्मचारियों ने इन्हें रोका। क्योंकि अभी जैन समाज के लोगों का प्रदर्शन जारी था। जैसे ही इन्होंने जगह छोड़ी इनका स्थान मछरयाई वार्ड के लोगों ने ले लिया और जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी।
मौके पर सीएसपी गौतम सोलंकी व अन्य पुलिसकर्मी मौजूद थे। रविवार को वार्ड में हुए वाकये को लेकर सोलंकी ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं हुआ। सीएसपी कभी गर्म तो कभी नर्म होते नजर आए। लोगों का गुस्सा मोतीनगर थाने के टीआई आलोक परिहार को लेकर था। इनका कहना था कि टीआई परिहार एस्सेल के पक्ष में बोल रहे हैं। करीब 15 मिनट बाद टीआई परिहार मौके पर पहुंचे। तब तक सिटी मजिस्ट्रेट अर्चना सोलंकी भी बाहर आ चुकी थीं। पहले तो परिहार ने भीड़ से सख्त लहजे में बात करने की कोशिश की।
इसके बाद लोगों का रवैया देख इनके तेवर भी शांत दिखे। पुरुषों के अलावा महिलाएं भी अपनी बात रखने में पीछे नहीं थीं। करीब 30 मिनट तक बहस चलती रही। वार्डों के लोग कलेक्टर एके सिंह को ज्ञापन देने के लिए अड़े रहे। इसके बाद इनसे परिसर से थोड़ी दूर जाने के लिए कहा गया। करीब 1.45 बजे जब कलेक्टर आए तो लोगों ने इन्हें ज्ञापन दिया।
इनका कहना है
इस मामले का बिजली चोरी करने से कोई लेना देना नहीं है। मीटर विद्युत मप्र सप्लाई कोड के प्रावधानों के अधीन ही लगाए जा रहे हैं। इस मीटर से उपभोक्ता का सीधा कोई लेना-देना नहीं है। यह मीटर लोड काउंट करने के लिए लगाए जा रहे हैं। लोड बढ़ने के कारण फॉल्ट बढ़ जाते हैं। नेटवर्क अपग्रेडेशन व स्मार्ट मीटरिंग के लिए यह काम किया जा रहा है। - रवि शुक्ला, मीडिया प्रभारी, एस्सेल कंपनी
गत दिनों धर्माश्री में लोगों ने मीटर जला दिए थे व विवाद हुआ था। मछरयाई से ठेकेदार ने मुझे रविवार को सूचना दी तो मैं और टीम मौके पर पहुंची ताकि विवाद न हो। मैंने एस्सेल कंपनी का पक्ष लिया यह गलत है।
आलोक परिहार, टीआई, मोतीनगर