भोपाल। 13 सितम्बर से हड़ताल कर रहे अध्यापकों की मांगों पर 22 सितम्बर को केबीनेट मीटिंग में चर्चा निर्धारित थी परंतु एन वक्त पर इस विषय पर निर्णय टाल दिया गया। केबीनेट मंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ हुई अध्यापक नेताओं की मीटिंग के बाद अब 24 सितम्बर को फाइनल रांउंड होगा और इसी के बाद मामला केबीनेट तक जाएगा। कुल मिलाकर यह मामला अब आगामी मंगलवार 29 सितम्बर तक के लिए टल गया है।
शिक्षामंत्री पारस जैन ने अध्यापकों के आंदोलन के पहले चरण में ही यह स्पष्ट कर दिया था कि जो मांगें अध्यापक कर रहे हैं उन्हें सीएम शिवराज सिंह के अलावा कोई पूरा नहीं कर सकता और यह फैसला केबीनेट मीटिंग में ही हो पाएगा। इसी के चलते आंदोलन की रणनीति तय की गई थी और 23 सितम्बर की रैली प्रस्तावित थी।
एन मौके पर सरकार ने आंदोलन को बिखेरने के लिए एक रणनीति का उपयोग किया और वह सफल भी रही। केबीनेट मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अध्यापक नेताओं को बुलाया और सहानुभूतिपूर्वक बातचीत करते हुए किसी भी प्रकार से 23 सितम्बर को होने वाली रैली टाल दी गई। अध्यापकों को इसके बाद भी उम्मीद थी कि 22 सितम्बर की केबीनेट मीटिंग में निर्णय हो जाएगा परंतु ऐसा नहीं हुआ। अब 24 सितम्बर की मीटिंग पर सबकी निगाहें टिकी हुईं हैं।