Bhind | महिला पुलिस नहीं: आधी रात को महिला अध्यापक हिरासत में |
भोपाल। गुरूवार शाम से शुरू हुई अध्यापकों की धरपकड़ पूरी रात जारी रही। मध्यप्रदेश में जो जहां मिला, उसे धर लिया गया। अनूपपुर में तो ट्रेन की लोकल बोगी में जाकर पुलिस ने एक एक यात्री की आईडी चैक की। राजधानी की सभी दिशाओं से नाकाबंदी कर दी गई है। आने वाले वाहनों की जांच की जा रही है और जिस वाहन में अध्यापक मिल रहे हैं, उसे वहीं रोक लिया जा रहा है। पूरे प्रदेश से अब तक करीब दस हजार से ज्यादा लोगों को हिरासत में ले लिए जाने की खबर है। अध्यापकों को गुस्सा सोशल मीडिया पर फूट रहा है और वो सरकार की इस कार्रवाई को आपातकाल बता रही है।
- बडवानी में 3 वाहनों को वहीं रोक लिया गया है।
- सांची पुलिस ने विदिशा की ओर से आ रहे अध्यापकों को सीमा पर ही रोक लिया। यहां काफी संख्या में वाहन और अध्यापक मौजूद हैं।
- भिंड में महिला पुलिस ना होने के बावजूद महिला अध्यापकों को आधी रात में रोक लिया गया।
- भोपाल से 35 क़ि मी दूर कुरावर पर श्योपुर और भानपुरा मन्दसौर के करीब 120 शिक्षको को गिरफ्तार किया।
- डीपीआई से गिरफ्तार किए गए अध्यापकों को गोविंदपुरा थाने में रखा गया।
- नाकाबंदी के बावजूद कई अध्यापक राजधानी में घुसने में कामयाब रहे।
- रेलवे स्टेशन पर अध्यापकों की तलाश जारी है।
- श्योपुर से आ रहे अध्यापकों के वाहन राजधानी के बाहर श्यामपुर में ही रोक लिए गए। यहां गुना और ब्यावरा की ओर से आ रहे अध्यापकों को रोका जा रहा है।
- भोपाल से 35 किलोमीटर पहले कुरावर में भानपुरा, मंदसौर एवं श्योपुर के 100 से ज्यादा अध्यापक हिरासत में लिए गए।
- कुछ अध्यापक अपने निजी वाहन भोपाल से 50 किलोमीटर पहले खाली करके पब्लिक ट्रांसपोर्ट में शामिल हुए और भोपाल में घुस गए।
- नेताओं की गिरफ्तारी के बावजूद राजधानी में अभी भी 200 से ज्यादा अध्यापकों का दल सक्रिय। पुलिस को चकमा देकर आ रहे अध्यापकों के संपर्क में।
- उमरिया में गुरूवार शाम को ही 500 से अधिक अध्यापकों को पुलिस ने चारों ओर से घेर लिया और लाठी के बल पर थाना ले गई जिसमें बहुत सी महिलाएं थीं।
- अनूपपुर से आ रहे जत्थे को कटनी , इटारसी और हबीबगंज स्टेशन पर उतारकर से नजरबंद किया गया है।
- सिंगरौली से आ रहे जत्थे को भी रोककर थाने में नजरबंद किया गया है।
- भिंड , मुरैना , ग्वालियर , दतिया , शिवपुरी , गुना , भौपाल , उज्जैन और सिहोर आदि तमाम जिलों में हर तिराहे, चौराहे, बस स्टाप, रेल्वे स्टेशन आदि जगहों पर पुलिस तैनात है।
- अध्यापकों के साथ- साथ आम नागरिकों को भी अध्यापक समझकर बस और ट्रेनों से उतार लिया गया।
- सरकार ने पुष्टि नहीं की है परंतु सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि प्रदेश के विभिन्न थानों में 1 लाख से ज्यादा अध्यापकों को हिरासत में लिया गया है।
- सुबह 9:25 राजधानी में अध्यापकों ने लालघाटी की ओर बढ़ना शुरू कर दिया। आंदोलनकारी खुद को पुलिस की नजरों से छिपाते हुए लालघाटी की ओर जा रहे हैं। दावा किया गया है कि राजधानी में 50 हजार से ज्यादा अध्यापक घुस चुके हैं।
- झाबुआ एवं आसपास के 2000 अध्यापकों को आष्ठा में रोक लिया गया है।
- सुबह 9:30 बजे: इंदौर हाईवे से आ रहे अध्यापकों ने रूट बदला। हाइवे छोड़ा। कच्चे रास्तों से भोपाल में घुसने का प्रयास।
- बैतूल में 50 अध्यापक हिरासत में लिए गए।
- अशोकनगर में 200 अध्यापकों को रोका गया।
- 10:06 Morning | पुलिस ने शाहजानी पार्क घेरा। भारी पुलिस बल मौजूद। पार्क में कुछ अध्यापक भी उपस्थित।
- गंजबासौदा के 50 अध्यापकों को गिरफ्तार कर जमानत पर छोड़ा।
- सीहोर में महिला अध्यापक एवं पुलिस के बीच बहस हुई।
- इंदौर में आसपास से आए 1000 से ज्यादा अध्यापकों को हिरासत में ले लिया गया।
- देवास में 1000 से ज्यादा अध्यापकों को रोक लिया गया। अध्यापक तिरंगा हाथ में लिए पुलिस थानों में धरना दे रहे हैं।
- गिरफ्तारी से भड़के आजाद अध्यापक संघ के प्रांताध्यक्ष ने कहा कहा जेल की धमकी किसे देते हो । चाहो तो गोली मार दो। घर पर बोल कर आए हैं, वापस ना आए तो समझ लेना शहीद हो गए।
फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। अपडेट जारी है। कृपया इसी पेज को थोड़ी देर बाद रिफ्रेश करें, हर ताजा जानकारी आपको इसी पेज पर मिलेगी।