भोपाल। सरकार ने अध्यापकों के बाद अब 2 अक्टूबर को होने जा रहे पंचायत प्रतिनिधियों के आंदोलन को कुचलने की तैयारी शुरू कर दी है। सबसे पहले इस आंदोलन के नेताओं में फूड डालने की रणनीति बनाई गई है, यदि फिर भी काम नहीं चला तो सख्ती अपनाने पर विचार किया जा रहा है। भाजपा ने इसके लिए एक एसटीएफ गठित की है, अरविंद भदौरिया इसके इंचार्ज बनाए गए हैं।
भाजपा की स्पेशल टास्क फोर्स ने पंचायत प्रतिनिधियों के इस आंदोलन को कुचलने की पूरी तैयारी कर ली है। इसके तहत भाजपा के कई नेता एक साथ पंचायत प्रतिनिधियों पर हमला करेंगे। उनके भ्रष्टाचार एवं लापरवाहियों को मीडिया के सामने दोहराएंगे एवं जनता को बताया जाएगा कि इन्हे जो कुछ मिल रहा है, ये इसके भी योग्य नहीं है। आम जनता के बीच पंचायत प्रतिनिधियों के खिलाफ माहौल बनाया जाएगा ताकि इस आंदोलन को जनभावनाओं का समर्थन ना मिल सके, लेकिन इससे पहले फूट डालने का प्रयास किया जाएगा। यदि सफल हो गए तो प्लान बी की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।
बता दें कि अध्यापक आंदोलन पर भाजपा के हमले से दिग्गज संतुष्ट हैं एवं इसे भाजपा की सफलता मान रहे हैं।