भोपाल। आयकर विभाग की टीम ने रीयल एस्टेट कारोबारी मोहन लुधियानी के यहां छापामार कार्रवाई में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिलने का दावा किया है। आईटी का कहना है कि लुधियानी आसाराम की काली कमाई का मैनेजर था। उसका एक कमरा सील कर दिया गया है।
रीयल इस्टेट के कारोबारी लुधियानी से जुड़े लगभग डेढ़ दर्जन ठिकानों पर शुक्रवार देर रात तक छापे की कार्रवाई चली। दिल्ली एवं गुजरात से आए आयकर अफसरों की टीम ने लुधियानी के व्यावसायिक साझेदार एवं परिजनों से लंबी पूछताछ में ब्याज पर लेनदेन का ब्यौरा जानना चाहा।
सूत्रों का कहना है कि आसाराम अपने ऐसे समर्पित भक्तों को शादी की झंझटों में पड़ने से रोक देता था ताकि वे पूरी तरह समर्पित होकर काम करें। आसाराम के आश्रम में श्रद्धालुओं के दान से आने वाली करोड़ों रुपए की राशि मार्केट में लगाई गई है। विभाग को आशंका है कि यह राशि दो-तीन अरब भी हो सकती है।
लुधियानी का कमरा सील
आयकर विभाग ने सभी ठिकानों पर छानबीन के बाद काफी दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। करीब तीन करोड़ रुपए नकद एवं बेशकीमती आभूषण भी बरामद हुए हैं। भोपाल में रवीन्द्र सिंह बठीजा के यहां से मिले दस्तावेजों में भी आसाराम कनेक्शन तलाशा जा रहा है। बठीजा के यहां मिले दस्तावेजों से उसके लुधियानी से लेनदेन का ब्यौरा मिला है। आयकर अफसरों ने लुधियानी से सच उगलवाने के लिए छापे की कार्रवाई तकनीकी रूप से खत्म नहीं की है। उसके घर में एक कमरे को सील बंद कर पीओ लगाया गया है। अफसरों की टीम दस्तावेजों की छानबीन के बाद एक बार फिर लुधियानी के घर आकर जांच आगे बढ़ाएगी। इस बीच उसके बैंक लॉकरों को खोलकर देखा जाएगा। इसी तरह आयकर ने भोपाल में बठीजा के घर पर भी पीओ लगा दिया है।
साजिश की आशंका
आयकर अफसरों से पूछताछ के दौरान लुधियानी ने कहा कि आसाराम के खिलाफ देशव्यापी साजिश की गई है। उसने संकेतों में यह आशंका भी जताई कि कुछ ऐसे लोग हैं जो कि नहीं चाहते कि आसाराम जेल से बाहर निकलें। बताया जाता है कि ऐसे लोगों में ज्यादा संख्या उन कर्जदारों की है, जिन्होंने आसाराम के यहां दान में आया कालाधन ब्याज पर लेकर अपने धंधे में लगा लिया है।