मंडला। जिले के नारायणगंज विकासखण्ड के अंतर्गत चुटका गाँव में सरकार द्वारा न्यूक्लियर पावर प्लांट लगाने की योजना का विरोध करते हुए ग्रामीण एक बार फिर लामबंद हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार द्वारा उन्हें अब जबरन विस्थापित किया जा रहा है।
दरअसल मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में प्रदेश सरकार द्वारा न्यूक्लियर पावर प्लांट लगाने के लिए चुटका की 41.49 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण को हरी झंडी दे दी गई। जिसके बाद अब यहां रहने वाले ग्रामीणों के विस्थापित किए जाने पर भी मुहर लग गई।
लगातार हो रहे विरोध के बावजूद सरकार द्वारा लिए गए इस निर्णय से अब ग्रामीण आक्रोशित हैं। ग्रामीणों की मानें तो वो परियोजना के लिए अपनी जमीन देने को बिल्कुल तैयार नहीं हैं। इस कारण सरकार और प्रशासन उनके साथ जबरदस्ती करने पर उतारू हो गई है।
ग्रामीणों के अनुसार इस परियोजना में चुटका से लगे टाटीगांव, कोंडागांव, मानेगांव के हजारों किसानों को विस्थापित किया जाएगा जबकि सालों पहले इन्ही गांवों के लोगों को तरह-तरह के वादे करके नर्मदा बरगी परियोजना से विस्थापित कर यहां बसाया गया था।
जो वादे सरकार ने उन्हें विस्थापित करते समय किए थे वो आज तक पूरे नहीं किए गए जिससे ग्रामीणों में सरकार के प्रति अविश्वास की भावना घर कर गई है। ऐसे में अब चुटका बचाओ संघर्ष समिति के सदस्य कैबिनेट के फैसले के विरोध में न्यायालय जाने की बात कर रहे हैं।