अरविन्द साहू/टीकमगढ़। अध्यापक संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर जारी हड़ताल से स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था तरह से चरमरा गई हैं। पूरे जिले में अध्यापक अपनी मांगो को लेकर विगत 13 सितंबर से हड़ताल पर डटे हुए। भोपाल में हुये लाठीचार्ज से संवर्ग में आक्रोश हैं वहाँ से हटाने के बाद सामान कार्य सामान वेतन एवं शिक्षा विभाग में संविलयन की अपनी माँग के साथ अध्यापक ब्लॉक एवं जिला स्तर पर आंदोलन जारी रखे हुये हैं। जिससे शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। ज्ञातव्य है कि वर्तमान में शिक्षा व्यवस्था में अध्यापक एवं संविदा शिक्षकों की संख्या अधिक हैं।
जिले के अधिकांश स्कूलों में यही संवर्ग कार्यरत हैं जिससे अधिकांश स्कूलों में ताला बंदी हैं। इस आंदोलन में महिला अध्यापक का हौशला भी काबिले तारीफ है।
जिले के समस्त संकुल केंद्र शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पठा ,शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय न.2 ,सीनियर बेसिक ,शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टीकमगढ़ ,शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जतारा ,शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चंदेरा ,शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जतारा ,वैरवार ,मुहारा ,शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोहनगढ़,शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बल्देवगढ़ ,शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खरगापुर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय निवाड़ी ,शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पृथ्वीपुर, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लिधौरा सभी जगह अध्यापक आन्दोलन में सक्रिय हैं।