भोपाल। हिंदी सम्मेलन के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि 'मध्यप्रदेश में उपभोक्ता वस्तुओं पर समस्त जानकारी अनिवार्य रूप से हिन्दी में लिखी जायेगी।' अत: अब सारी कंपनियों को मप्र के लिए अलग से पैकिंग प्रिंट करनी होगी।
- शिवराज सिंह चौहान ने हिंदी के हित मेंं ये घोषणाएं कीं
- हर साल हिन्दी दिवस पर सम्मेलन होगा।
- हिन्दी में कामकाज को बढ़ावा देने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को सम्मानित किया जायेगा।
- समस्त शासकीय भाषा का सॉफ्टवेयर हिन्दी में होगा।
- अहिन्दी राज्यों से आनेवाले अधिकारियों के हिन्दी के प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी।
- केंद्र सरकार से समस्त पत्राचार हिन्दी में किये जायेंगे। ज़रूरी होने पर अँग्रेजी में अनुवाद भी उपलब्ध कराया जायेगा।
- मध्यप्रदेश में उपभोक्ता वस्तुओं पर समस्त जानकारी अनिवार्य रूप से हिन्दी में लिखी जायेगी।
- उच्च न्यायालय के कामकाज में हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए अनुवादकों की नियुक्ति की जायेगी।
- मध्यप्रदेश में अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। इसको अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाया जायेगा।
- मैं हिन्दी में बोलता हूँ, हिन्दी में सोचता हूँ, हिन्दी में लिखता हूँ, लेकिन इससे मेरा मान कभी नहीं घटा।
- हमारी भाषा में कोई कमी नहीं है। हमारे बच्चे शुरू से ही धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो पढ़ते हैं।
- अँग्रेजी को श्रेष्ठ मानने की मानसिकता बदलनी होगी। हमारा 5 हज़ार साल पुराना भाषा का समृद्ध इतिहास है।