भोपाल। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारस जैन ने कहा है कि मध्यप्रदेश में विगत 10 वर्ष में स्कूली शिक्षा के स्तर में सुधार के लिये अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाये गये हैं। इस दिशा में कारगर पहल करते हुए गुणवत्ता वर्ष भी मनाया गया। शैक्षणिक गुणवत्ता को और बेहतर बनाने में सभी के संयुक्त प्रयास की जरूरत है। श्री जैन आज स्कूल शिक्षा की राज्य सलाहकार परिषद की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में राज्य मंत्री स्कूल शिक्षा श्री दीपक जोशी भी उपस्थित थे।
श्री जैन ने कहा कि परिषद की बैठक प्रत्येक 3 माह में बुलायी जाये। उन्होंने सदस्यों के सुझावों का स्वागत करते हुए उन पर अमल के निर्देश भी दिये। श्री जैन ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा भारत सरकार को जो प्रस्ताव भेजे गये हैं, उनकी स्वीकृति के लिये लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि शालाओं में शिक्षक समय पर उपस्थित रहें तथा पढ़ाई की माकूल व्यवस्था बनी रहे, इसके ठोस इंतजाम किये जायें। श्री जैन ने कहा कि राज्य सरकार ने अध्यापकों और संविदा शाला शिक्षकों के हितों का सदैव ध्यान रखा है। उन्होंने बताया कि 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षा को पुन: शुरू करवाने के प्रयास किये जा रहे हैं। संभव है कि अगले सत्र से यह व्यवस्था लागू हो जाये। उन्होंने प्रतिभा-पर्व जैसे आयोजन में जन-प्रतिनिधियों को भी शामिल होने की समझाइश दी।
बैठक में परिषद की विगत 2 जून को सम्पन्न कार्यवाही के विवरण और लिये गये फैसलों पर चर्चा की गयी। आयुक्त लोक शिक्षण ने सदस्यों के सुझावों के संबंध में किये गये क्रियान्वयन की जानकारी दी। बैठक में राज्य शिक्षा केन्द्र की अपर मिशन संचालक श्रीमती स्वाति मीना, संचालक लोक शिक्षण श्री राजेश जैन, परिषद के सदस्य सर्वश्री ओमप्रकाश जांगलवा, हुकुमचंद भुवन्ता, गुलजारीलाल दुबे, रामकुमार भावसार, त्रिलोचन त्रिपाठी, रूपेश विश्वकर्मा, बालाराम गुप्ता और प्रकाश रोकड़े उपस्थित थे।