उदयगढ़। मामा हो या मामी हो- मांगे हमारी पूरी हो, बीमा है ना पेंशन है-जीवन भर का टेंशन है, अभी तो ये अंगडाई है-आगे और लडाई है, हम अपना अधिकार मांगते-नहीं किसी से भीख मांगते, राजा तो पछताया था-मामा भी पछताएगा. . .कुछ इस तरह के नारे लगाते हुए मंगलवार को उदयगढ़ विकासखण्ड़ के अध्यापकों ने नगर में रेली निकाली और मुख्यमंत्री के नाम प्रभारी पंचायत निरीक्षक को ज्ञापन सोपा।
कला नलवाया, नानकी जोसेफ, लीला अजनार, आशीष राठौड़ पंकज बामनिया आदि के साथ शिक्षक संगठन ने भोपाल में अध्यापकों के आन्दोलन को दबाने के लिए पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की निन्दा की और शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश जाहिर किया। प्रहलाद पैकरा, आरपी कनोजिया, आरएस परमार, वैरोनिका मोरी, जगदीश बामने, मडा कनेस आदि अध्यपको ने बताया कि हमारी मांगे जायज है और सरकार द्वारा जब तक मांगे नहीं मानी जाती तब तक हमारा आन्दोलन जारी रहेगा। रेली में 100 से अधिक अध्यापक शामील हुए। रेली के बाद उन्होने प्रभारी पंचायत निरीक्षक बाबूलाल बारिया को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सोपा।
- मामा हो या मामी हो- मांगे हमारी पूरी हो,
- बीमा है ना पेंशन है-जीवन भर का टेंशन है,
- अभी तो ये अंगडाई है-आगे और लडाई है,
- हम अपना अधिकार मांगते-नहीं किसी से भीख मांगते,
- राजा तो पछताया था-मामा भी पछताएगा