भोपाल। घटना रविवार रात करीब 12:30 बजे की है। किम नामक जर्मन महिला भोपाल के रहने वाले मंगेतर के साथ इंटरनेट पैक रिचार्ज कराने के लिए नादरा बस स्टैंड गई थी। वहां एक सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबल ने पूछताछ के लिए दोनों को चौकी में बैठा लिया। लगभग तीन घंटे तक पुलिस वाले महिला पर कमेंट किए। महिला के साथ आए लड़के से उन्होंने कहा-‘'हमारे लिए भी एक ऐसी ही दोस्त का इंतजाम कर दो।'’ डरी-सहमी महिला घर पहुंची और रात भर सो नहीं सकी। सुबह सीनियर अफसरों को उसने पूरे मामले की शिकायत की। पुलिस इस मामले में सब इंस्पेक्टर के शामिल हाेने की बात कर रही है। हालांकि, हनुमानगंज थाना क्षेत्र के टीआई ने खुद माफी मांग ली।
पीड़िता ने क्या बताया?
किम अपनी बहन सिलवाना के साथ भारत आई थी। उसने बताया दोनों बहनें नित्य सेवा सोसायटी में रहकर अनाथ बच्चों के लिए खाना बनाने का काम करती थीं। कुछ दिनों पहले ही दोनों ने एक अन्य अभियान में काम करने के उद्देश्य से सोसायटी से अलग होकर एयरपोर्ट रोड के पास एक मकान में रहना शुरू किया है। उसने बताया कि दोनों बहनों की शहर के ही दो लड़कों से कुछ दिन पहले ही सगाई हुई है। किम ने बताया कि रविवार रात जब वह अपने मंगेतर सिद्धेश दुबे के साथ बस स्टैंड पहुंची तो वहां मौजूद सब इंस्पेक्टर एके त्रिपाठी और एक कांस्टेबल ने हम दोनों को चौकी में बैठा लिया। पूछताछ के नाम पर दोनों ने बहुत ही गंदे शब्द कहे, कमेंट किए। उसने बताया कि वह हिंदी समझती हूं। पुलिसवालों की गंदी बातें सुनकर सिर झुकाकर बैठने के अलावा कोई चारा नहीं था। पुलिसकर्मियों ने एक घंटे की पूछताछ के बाद हमारे आईडी प्रूफ रखवा लिए। करीब तीन बजे हमें छोड़ दिया। सिद्धेश को दोबारा वहां बुलाकर बहन सिलवाना के आईडी प्रूफ भी जब्त कर लिए गए।’ किम का कहना है कि वह अपनी बहन के साथ भारत छोड़ने का विचार कर रही है।
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस सुप्रिटेंडेंट अंशुमान सिंह ने कहा कि घटना गलत है। ऐसी घटना आइंदा न हो, इसके लिए आरोपी पुलिस वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। हमने जांच के आदेश दिए हैं। इधर, हनुमानगंज थाना इंचार्ज बृजेंद्र ने कहा कि हमने महिला से माफी मांग ली है। घटना के वक्त वहां कोई कॉन्स्टेबल नहीं था। आरोपी पुलिस अधिकारी के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।