रतीराम श्रीवास/टीकमगढ। यहां मंगलवार को जनसुनवाई के समय एक भाजपा नेता ने कलेक्टर आफिस में घुसकर एक समिति प्रबंधक को बुरी तरह पीटा और उसे किडनेप करके ले गया लेकिन अपहृत समिति प्रबंधक किसी तरह वहां से छूटकर लौट आया। ताज्जुब तो इस बात का है कि अपहृत के मुक्त हो जाने के बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई। तब तक अधिकारियों ने मामला छिपाए रखा।
मिली जानकारी के अनुसार गत दिवस मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय के द्धितीय मंजिल पर स्थित कार्यालय उप पंजीयक मे विभागीय कार्य से अचर्रा समिति प्रबंधक मुरारी लाल रावत बैठे हुये थे। तभी भाजपा नेता व सिंचाई समिति का अध्यक्ष रुपेश उर्फ बंटी तिवारी जतारा ने राशन वितरण की दुकान को लेकर समिति प्रबंधक की जमकर मारपीट कर दी। जब उसका गुस्सा शांत नही हुआ तो कार्यालय से घसीटकर नीचे ले आया और सफारी गाडी मे डालकर झाॅसी रोड पर बडागाॅव जंगल की ओर अगवा कर ले जाने की कोशिश की। समिति प्रबंधक ने आरोपी के चंगुल से भागकर सीधे देहात थाना टीकमगढ पहुॅच कर रिपोर्ट दर्ज कराई। इधर आरोपी फरार हो गया।
समिति प्रबंधक मुरारी लाल रावत ने पुलिस को दिये कथन मे बताया कि यह विवाद फर्जी तरीके से चल रही समिति से जुडा हुआ है। समिति प्रबंधक मुरारी लाल रावत ने पुलिस को बताया कि भाजपा नेता रुपेश उर्फ बंटी तिवारी गोकुल ग्राम महिला बहुउदेशीय सहकारी समिति मोहनगढ के नाम से फर्जी चला रहा था। गत अप्रैल माॅह मे 18 लाख रुपये का 400 क्विंटल खाद्यान अवैध रुप से बेचे जाने का मामला है। जिसकी जाॅच एसडीएम जतारा ने की थी। जाॅच के बाद एसडीएम जतारा ने समिति को निलंबित कर दिया था और समिति के सदस्यो के कथन दर्ज किये थे। दो दर्जन से ज्यादा सदस्यो ने समिति के सदस्य होने से इंकार कर दिया था। इस प्रकार जाॅच मे गोकुल ग्राम महिला सहकारी समिति फर्जी पाई गई थी। और राशन वितरण का कार्य अचर्रा समिति मे अटैच कर दिया था। इसी वजह से रुपेश उर्फ बंटी तिवारी भाजपा नेता रंजिश मान कर चल रहा हे। और दुकान छोडने के लिये भारी दवाब बना रहा है।