भोपाल। आजादी से पहले महिलाएं नौकरी नहीं करतीं थीं। आजादी के बाद वो सरकारी नौकरी में तेजी से आ रहीं हैं, इसी अनुपात में पुरुष बेरोजगार भी होते जा रहे हैं। यह किसी नेता का बेतुका बयान नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के स्कूलों में पढ़ाई जा रही सामाजिक विज्ञान की किताब में दर्ज एक अध्याय है। यह किताब 10वीं के बच्चों को पढ़ाई जाती है।
खुलासा होने के बाद अब यह मामला देशभर में बहस का विषय बन गया है। महिला अधिकारों के लिए लड़ने वाले संगठन आक्रामक होकर सामने आ रहे हैं। दरअसल, किताब के 181 पेज नंबर में महिलाओं को लेकर लिखे गए हिस्से में यह जानकारी दी गई है. महिलाओं की नौकरी को लेकर किताब में लिखा गया है की स्वतंत्रता से पूर्व बहुत कम महिलाएं नौकरी करती थीं. लेकिन, आज सभी क्षेत्रों में महिलाएं नौकरी करने लगी हैं. जिससे पुरुषों में बेरोजगारी का अनुपात बढ़ा है. इस पूरे मामले की शिकायत जशपुर की रहने वाली सोम्या गर्ग ने छत्तीसगढ़ महिला आयोग से की है।