ग्वालियर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिस तरह से बाहें फैलाकर घोषणाएं करते हैं उनका असर भी उसी तरह से हो जाता है। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि 'किसी को बेघर नहीं रहने दूंगा, किसी का कब्जा नहीं हटाया जाएगा, सबको घर दिया जाएगा' यहां लोगों ने पहाड़ी पर कब्जा कर लिया। अब पट्टा मांग रहे हैं। महज एक रात में 1500 आदिवासियों ने पहाड़ी पर कब्जा कर पूरी कालोनी बना डाली।
संड को सीएम ग्वालियर आए थे। इससे पहले शनिवार की रात किसी ने अफवाह फैला दी कि सीएम पट्टा बांटने आए हैं। जिसका कब्जा जहां होगा, वहीं का पट्टा दे दिया जाएगा। बस फिर क्या था नाकाचंद्रवदनी क्षेत्र, कैंसर चिकित्सालय व तपोवन नर्सरी के पीछे की पहाड़ी पर गरीबों ने जाकर कब्जा कर लिया। महज एक रात में यहां पूरी कालोनी बन गई। जिसे जहां जगह मिली उसने चूने की लाइन डालकर पेड़-झाड़ियां काटकर अपना
आशियाना बनाने की तैयारी शुरू कर दी।
आशियाना बनाने की तैयारी शुरू कर दी।
इसकी सूचना पर वनविभाग को मिली तो वो कब्जा हटाने के लिए पहुंचे, लेकिन कब्जाधारियों ने अमले को खदेड़ डाला। बताया जाता है कि सभी कब्जाधारी हथियारों से लैस थे। उनके पास हंसिया और कुल्हाड़ी जैसे हथियार थे।
डटे हैं मौके पर
पहाड़ी पर कब्जे को पहुंचे करीब 1500 आदिवासी व आसपास के गरीब लोग पहाड़ी पर डटे हुए थे। ये सभी अपने घेरे गए क्षेत्र की रखवाली को लेकर भारी संजीदा थे।