भोपाल। शुक्रवार को लालघाटी पर हुए जबर्दस्त प्रदर्शन के बाद अब अध्यापक आंदोलन को लेकर कंफ्यूजन की स्थिति बनी हुई है। जेल भेजे गए अध्यापक नेताओं की रिहाई अब तक नहीं हो पाई है। सोशल मीडिया पर प्रांताध्यक्ष शिल्पी शिवान के हस्ताक्षर से जारी एक पत्र वायरल हो रहा है परंतु शिल्पी शिवान की अपनी फेसबुक वॉल पर ऐसा कोई पत्र चस्पा नहीं है।
कटंगी के अध्यापक Sanjay Ghule Soni ने शिल्पी शिवान के हस्ताक्षर वाला एक पत्र अपलोड किया है। जिसमें लिखा है कि 'मैं सेंट्रल जेल से यह पत्र लिख रही हूं' जबकि Shilpi Shiwan ने shared Satish Patel की एक पोस्ट September 24 at 11:10pm पर शेयर करते हुए लिखा था कि उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। वो आंदोलन का नेतृत्व करेंगी। कंफ्यूजन यह है शिल्पी जेल में है या नहीं, यदि नहीं तो पत्र किसने लिखा ? यदि वो जेल में हैं और पत्र जेल से ही लिखा गया तो इस पर भरत पटेल और शेष 16 नेताओं के हस्ताक्षर क्यों नहीं ?
शिल्पी शिवान ने 25 सितम्बर की रात 12 बजे के आसपास अपनी फेसबुक पर लिखा है कि
मेरे आजाद पंथी साथियों ।।।। आज के तिरंगा आन्दोलन मैं सफलता के लिए आप सभी को बधाई।। और आंदोलन को सतत जारी रखने का आव्हान करते हुए आप सभी से मेरा यह निवेदन है की शासन के भय कूट रचित आदेशों से न डरे एवेम संघ के द्वारा आप लोगों के हित मैं चलए जा रहे आंदोलन मैं सतत सहभागी बन कर स्वहित मै निर्णय ले सिर्फ एक बार ये जरूर सोचे आप के साथी जेल भी गए है अस्पातल भी गए है और लाठी भी खाई है।।।।।।।
प्रान्त प्रमुख शिल्पी शिवान।।।।
चर्चा यह भी है कि आंदोलन को 5 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है परंतु विरोध जारी रहेगा। अध्यापक काली पट्टी बांधकर बच्चों को पढ़ाएंगे एवं गैर शैक्षणिक कार्यों का बहिष्कार करेंगे। इसके अलावा अवकाश के दिनों में प्रदर्शन करेंगे।