भोपाल। अनुशासनित और विनम्र कार्यकर्ताओं का दम भरने वाली भाजपा के मध्यप्रदेश प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे ने भाजपाई नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों की दबंगई को क्लीनचिट दे दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे घटनाक्रम तो हर दल में होते रहते हैं। पार्टी में इस तरह की घटनाएं होती रहतीं हैं। शिकायतें मिलने पर हम कार्यकर्ता हो या पदाधिकारी उन्हें समझाइश भी देते हैं। दोषी होने पर कार्रवाई भी की जाती है।
मंगलवार को संगठन की बैठक में शिरकत करने भोपाल आए प्रदेश प्रभारी डॉ सहस्रबुद्धे ने विशेष चर्चा में बताया कि अनुशासन के संदर्भ में संगठन कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण भी आयोजित करता है। विधायकों के मामले में भी सभी से पूछताछ व जांच कर कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में बीजेपी सांसद-विधायक एवं नेताओं द्वारा सार्वजनिक तौर पर दबंगई के मामले बढ़ रहे हैं। आधा दर्जन से अधिक नेताओं के मामले मीडिया की सुर्खी बन चुके हैं। दो विधायकों की दबंगई के वीडियो देख पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी अपनी नाराजगी जताई थी। प्रदेश अनुशासन समिति के पास अनेक मामले कार्रवाई के लिए पेंडिंग हैं।
- सांसद रोडमल नागर का एसडीएम से विवाद चर्चा में रह चुका है।
- टीकमगढ़ विधायक केके श्रीवास्तव जनपद सीईओ से मारपीट व अपहरण के मामले में गिरफ्तार हुए। अभी जमानत पर हैं।
- मुरैना विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह ने एक ठेकेदार को मोबाइल फोन पर धमकाया। इसका ऑडियो मीडिया में आ चुका है।
- भोपाल विधायक रामेश्वर शर्मा ने मोबाइल फोन पर जिला पंचायत सीईओ पीसी शर्मा को डांटते हुए कहा था कि जितना भगवान और मौत से डरते हो उतना मुझसे डर कर रहो।
- जबलपुर में पार्टी की बैठक में दो नेताओं के बीच चाकूबाजी हुई थी। विधायक सुदर्शन गुप्ता एवं मनोज पटेल के बर्ताव को लेकर शिकायत हो चुकी है।
- उज्जैन में धरमपुरी विधायक कालूसिंह एवं घट्टिया (उज्जैन) विधायक सतीश मालवीय की दबंगई को लेकर पार्टी शोकाज नोटिस दे चुकी है जिसमें मालवीय को संगठन ने निर्दोष बताया है।
- ताजा मामला छतरपुर से आ रहा है। जहां एसडीएम को महिला विधायक रेखा यादव ने जान से मारने की धमकी दी है।