भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ उठाया गया सबसे पहला मामला 'डंपर कांड' की फाइलें भी पिछले करीब 10 साल से ठीक वैसे ही छिपाकर रखी गईं हैं जैसे नेताजी सुभाषचंद्र बोस के मौत का राज, लेकिन अब डंपर कांड में हुई जांच की रिपोर्ट सार्वजनिक होने की गुंजाइश बढ़ गई है।
आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे ने बताया है कि मप्र हाईकोर्ट ने बहुचर्चित डंपर कांड में लोकायुक्त पुलिस की जांच के अंदरूनी दस्तावेजो को सार्वजनिक करने की मांग की हमारी याचिका को स्वीकार कर लिया है। मप्र राज्य सूचना आयोग और मप्र लोकायुक्त पुलिस ने बड़े स्तर के दबाव मे इन महत्वपूर्ण दस्तावेजो को छिपाने के लिए सूचना का अधिकार का गंभीर उल्लंघन किया था।