लड़की को बचाने नदी में कूदा कॉलेज स्टूडेंट पानी में बह गया

औबेदुल्लागंज/भोपाल। एक लड़की को बचाने के लिए नदी में कूदा कॉलेज स्टूडेंट उसे बचा तो नहीं पाया, अलबत्ता खुद भी पानी में बहता चला गया। साथियों ने शोर मचाया तो कुछ लोगों ने लड़की को तो बचा लिया, लेकिन लड़का पता नहीं कहां जा पहुंचा। उसका शव तक नहीं मिला है।

फार्मेसी का छात्र शुभम शुक्ला सोमवार को अपने चार दोस्तों के साथ भोजपुर गया था। शुभम शुक्ला भोपाल में एलआईजी 143, भारती निकेतन में अक्षत पाठक के साथ किराए से रहता था। वह टीआईटी कॉलेज में फाॅर्मेसी फोर्थ ईयर का छात्र था।

अक्षत के मुताबिक उनका दोस्त अंकुर दावड़े शनिवार रात इंदौर से भोपाल आया था। अंकुर ने सोमवार को भोजपुर चलने का प्लान बनाया। सोमवार सुबह करीब आठ बजे शुभम, अंकुर, रानी, कीर्ति और अक्षत भोजपुर पहुंचे। मंदिर में दर्शन करने के बाद पांचों दोस्त नदी के किनारे आकर बैठ गए।

कीर्ति गर्ग और रानी वर्मा एमबीबीएस थर्ड प्रोफ की छात्राएं हैं। हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. डीके सतपथी ने बताया कि दोनों कॉलेज प्रशासन की अनुमति के बगैर अपने दोस्तों के साथ भोजपुर घूमने गई थीं। हादसे के बाद से ही रानी सदमे में है। उसका इलाज चल रहा है। रानी बैतूल की रहने वाली है, जबकि कीर्ति राजस्थान की है।

उसका शव तक नहीं मिला
हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस और एसडीएम मौके पर पहुंच गए। गोताखोरों ने शाम करीब सात बजे तक सर्चिंग की, लेकिन शुभम की लाश नहीं मिल सकी। जवान बेटे के डूबने की खबर उसके पिता नरेंद्र शुक्ला को लगी तो वे भी यहां आ पहुंचे।

पैर फिसला और रानी नदी में जा गिरी
पांचों दोस्त नदी किनारे बैठे थे। तभी रानी का पैर फिसला और वह नदी में जा गिरी। बहाव काफी तेज था। उसे बचाने के लिए शुभम ने पानी में छलांग लगाई, लेकिन दोनों बहने लगे। ये देख अक्षत, कीर्ति और अंकुर ने शोर मचाया। पास ही पार्वती मंदिर के पुजारी का बेटा कालूराम और उनके दो साथी दिनेश मांझी और पुरुषोत्तम कीर ने उनकी आवाज सुन ली। तीनों ने तेज बहाव में कूदकर जैसे-तैसे रानी को तो बचा लिया, लेकिन शुभम को नहीं बचा पाए।

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