भोपाल। झाबुआ ब्लास्ट मामले में एक ओर शिवराज सिंह चौहान पीड़ितों के हर दर्द में शामिल होने का दावा कर रहे हैं तो शिवराज के मंत्री बाबूलाल गौर का कहना है कि ऐसे हादसे तो होते रहते हैं, हमें मुस्कुराते रहना चाहिए, इससे स्वास्थ्य ठीक रहता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि जब हादसे होंगे तभी तो कार्रवाई होगी। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि पटाखा व्यापार से सैंकड़ों लोगों का रोजगार जुड़ा रहता है, लिहाजा जांच कराने के बाद ही कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।
याद दिला दें कि पेटलावद में रिहायशी इलाके में डेनोनेटर और जिलेटिन का भंडार भरा हुआ था। यह किसी भी बड़े हादसे के लिए काफी था और इसी भंडार के चलते हादसा हुआ। नियम यह हैं कि इस तरह के भंडार हमेशा आबादी से दूर होने चाहिए एवं ऐसे कारखानों में काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा के पूरे इंतजाम होने चाहिए। इतना ही नहीं प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वो नियमित रूप से ऐसे बारुद के भंडारों का निरीक्षण करे एवं होने वाले हर संभावित हादसे को टालने के लिए कार्रवाई करे।
पेटलावद मामले में आमजन की शिकायतों के बाद भी प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की थी।