भोपाल। छत्तीसगढ़ में पकड़ा गया 1750 किलो विस्फोटक कोई कारोबारी नहीं बल्कि ओडिशा का माइनिंग इंजीनियर कमलकांत सप्लाई करता था। देशभर के नक्सलियों से उसने संपर्क बना लिया था और भारी मात्रा में विस्फोटक सप्लाई का काम किया जा रहा था। मात्र 30 हजार के एडवांस पेमेंट पर उसने बिना तस्दीक किए 1750 किलो विस्फोटक छत्तीसगढ़ भेज दिया था।
अधिकारियों के मुताबिक ओडिशा के माइनिंग इंजीनियर कमलकांत के संबंध नक्सली नेता देवा से होने की जानकारी मिली थी। उसे रंगे हाथ पकड़ने के लिए पुलिस ने जाल बिछाया और कमलकांत के पास ग्राहक बनकर संपर्क किया।
बारूद सप्लाई के लिए कमलकांत तैयार हो गया और 30 हजार रुपए एडवांस के रूप में अपने एकाउंट में जमा करवा लिया। इसके बाद तय तिथि पर दरभा ब्लॉक के बिसपुर-कुडूमखोदरा क्षेत्र में सामान डिलिवरी करने कुछ समय मांगा। 24 सितंबर को सामान डिलिवरी करने की बात जैसे ही कमलकांत ने ग्राहक को दी, पुलिस ने जाल बिछाकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
ये सामग्रियां हुई बरामद
पुलिस ने आरोपियों के एक्सप्लोजिव वैन से 30 पेटी जिलेटिन, एक बंडल कारडेक्स वायर, आठ नग छत्तीसगढ़ का फर्जी नंबर प्लेट और 20 बोरी अमोनियम नाइट्रेट जब्त किया। वहीं आरोपियों की निशानदेही पर नगरनार थाना क्षेत्र के माचकोट जंगल के एक झोपड़ी से भी बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है। बरामद विस्फोटक साढ़े सात क्विंटल हैं और इसका बाजार मूल्य साढ़े सात लाख से अधिक बताई गई है।