इंदौर। इंदौर पुलिस इन दिनों कमाल की कार्रवाई कर रही है। उसने कुछ दिनों पहले एक तांत्रिक को हत्या के शक में हिरासत में ले लिया और लगातार 9 दिन तक उसे बंद रखकर मारपीट की। पुलिस को शक है कि हत्या के पीछे काला जादू है। अब कथित तांत्रिक ने पुलिस की इस कार्रवाई को हाईकोर्ट में चुनौती दी है तो पुलिस के पसीने छूट रहे हैं।
पुलिस हिरासत में रहे युवक बबलू का कहना है कि उसे पुलिस ने एक बुजुर्ग दंपत्ती की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस को शक था कि उसने तंत्र-मंत्र की क्रिया के लिए बुजुर्गों को मौत के घाट उतारा है। 17 अगस्त 2015 को पुलिस ने हीरा नगर इलाके के भागिया गांव से बुजुर्ग दंपति मुलचंद और शकुन बाई की लाश जब्त की थीं। पुलिस को आंशका थी कि हत्या तंत्र-मंत्र की क्रियाओं के चलते की गई है। इसके चलते इलाके का एक शख्स बबलू मौर्य पुलिस की रड़ार पर आ गया, क्योंकि वह साधना में विश्वास रखता था।
युवक बबलू का आरोप है कि घटना के बाद पुलिस ने उसे ना सिर्फ हिरासत में लिया, बल्कि उसे छोड़ने के एवज में गैर वाजिब रुपयों की मांग भी की। रुपए नहीं देने की सूरत में 9 दिनों से बबलू के साथ मारपीट की गई, लेकिन जब सबूत हाथ नहीं लगे तो उसे निर्दोष मानकर छोड़ दिया गया।
अब बबलू ने अपन साथ हुए पुलिसिया जुर्म को कोर्ट में चुनौती दी। अदालत बबलू द्वारा दी गईं दलीलों से संतुष्ट हुई और पीड़ित का सरकारी खर्च पर मेडिकल कराने के निर्देश दिया। साथ ही प्रमुख सचिव डीजीपी और इंदौर पुलिस को नोटिस जारी कर 7 दिनों में जवाब भी मांगा है।