भोपाल। मप्र के अध्यापकों के प्रति अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने वाले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने इस विषय पर मीडिया के सामने आकर सफाई जरूर पेश की परंतु माफी नहीं मांगी। सफाई में भी वो ऐसा कोई तर्क प्रस्तुत नहीं कर पाए तो विषय को नरम कर दे।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने अध्यापकों को पर्याप्त वेतन वेतन देने की कोशिश की है। यही नहीं, शिक्षाकर्मियों को सहायक अध्यापक का दर्जा देकर उनका सम्मान बढ़ाया है।
इससे पहले नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा था कि, '500 रुपए में चने फुटाने खाकर काम चलाने वाले को अब 15 से 25 हजार मिलने लगे, इतने में भी उनका पेट नहीं भर रहा है।' इस बयान के बाद नंदकुमार चौहान का विरोध भी हो गया है। नंदकुमार की निंदा से सोशल मीडिया भरी पड़ी है।
याद दिला दें कि इससे पूर्व भी नंदकुमार ने कुछ विवादित बयान दिए हैं। दरअसल, नंदकुमार सिंह चौहान मप्र में बदतमीजीपूर्ण बयान जारी करने वाले नेताओं की लिस्ट में लगातार प्रमुख एवं स्थाई स्थान बनाते जा रहे हैं।