पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बारे में कहा कि क्या वे यूनिवर्सिटी आफ सेक्यूलरिज्म के कुलपति हैं और क्या हम रिसर्च स्कॉलर हैं जो उनको सेक्यूलरिज्म का सर्टिफिकेट देंगे। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एक निजी समाचार टीवी चैनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाग लेते हुए नीतीश ने पुराने जनता परिवार की एकजुटता के लिए की कोशिश की चर्चा करते हुए कहा कि मैंने कई दलों को एक पार्टी बनाने के लिए बहुत प्रयास किया।
नीतीश ने कहा कि हम सक्रिय थे। सभी दल एक होकर जनता परिवार बनाएं। सैद्धांतिक रुप से ऐलान हुआ कि जनता परिवार के अध्यक्ष एवं संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव रहेंगे। लेकिन जनता परिवार अस्तित्व में नहीं आ सका। नीतीश ने कहा कि महागठबंधन क्यों नहीं ठहरा नहीं बता सकता। मुलायम सिंह यादव ने गठबंधन की संभावनाएं खत्म कर दी। मुलायम सिंह को ऐसा नहीं करना चाहिए था।
नीतीश का मुलायम पर हमला, कहा- यूनिवर्सिटी ऑफ सेक्यूलरिज्म के कुलपति हैं क्या?
नीतीश ने पुराने जनता परिवार की एकजुटता के लिए की कोशिश की चर्चा करते हुए कहा कि मैंने कई दलों को एक पार्टी बनाने के लिए बहुत प्रयास किया।
नीतीश ने कहा कि मुलायम सिंह यादव क्या यूनिवर्सिटी आफ सेक्यूलरिज्म के वाइस चांसलर है क्या। क्या हम रिसर्च स्कॉलर हैं जो हमें सेक्यूलरिज्म का सर्टिफिकेट देंगे। हमें किसी से सेक्यूलरिज्म का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए। मैं जेपी और लोहिया के स्कूल से निकला हूं। लोहिया जी कहते थे कि काम बोलता है। जुबान से कम बोलना चाहिए। मेरा काम बोलता है। नीतीश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, क्या बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे। प्रधानमंत्री रहते मोदी जी किसी राज्य का मुख्यमंत्री नहीं बन सकते।